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जब संसद में रो पड़े थे योगी, सबका बदला लेंगे अपने बाबा,thelankadahan

इस दुनिया मे मोह दुःख का कारण है, अगर आपके पास मोह है तो दुःख अवश्य होगा, किसी को मोह परिवार से होता है तो किसी को मोह पैसे से होता है लेकिन कुछ ऐसे लोग होते है जिन्हें मोह देश,समाज और इस धरती की मिट्टी से मोह होता है, बात कर रहे है हम यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में,आदित्यनाथ अपने तेजतर्रार स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और संसद में अक्सर उनकी आवाज़ बुलंद ही होती है। लेकिन उस दिन जब वे खड़े हुए तो वे बोल नहीं पाए और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। इस दौरान बगल में बैठे उनके साथी रूमाल निकालकर उनके आँसू पोंछ रहे थे।देश भर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बहस छिड़ी हुई है। कई राज्यों में इस कानून के विरोध में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। देश का सबसे बड़ राज्य उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रहा। लेकिन यहां पर जिस तरह से पुलिस प्रदर्शनकारियों से निपट रही है वह चर्चा में बना हुआ है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने पुलिस को हिंसक प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को आदेश दिया है कि जो भी प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाता दिखे उसे चिन्हित करके जुर्माना वसूला जाए। पुलिस ने ऐसे कई लोगों की तस्वीरें भी जारी की हैं।वर्ष 2006 में गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात रखने के लिए लोकसभा अध्यक्ष से विशेष अनुमति ली थी। तब पूर्वांचल के कई कस्बों में सांप्रदायिक हिंसा फैली थी जब आदित्यनाथ अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो फूट-फूट कर रोने लगे। कुछ देर तक वे कुछ बोल ही नहीं पाए और जब बोले तो कहा कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रही है और उन्हें जान का खतरा है। तब मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम थे।,उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्य‍नाथ एक बार लोकसभा में यूपी पुलिस की बर्बरता का वर्णन करते हुए रो पड़े थे. प्रखर एवं उग्र हिंदुत्व के पोषक माने जाने वाले आक्रामक बीजेपी नेताओं में गिने जाने वाले योगी आदित्यनाथ लोकसभा में जोर-जोर से रोने लगे थे. वर्ष 2006 में लोकसभा में पुलिस‍ की प्रताड़ना का जिक्र करते हुए योगी रोने लगे थे, तब मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम थे.

पश्च‍िमी यूपी में चुनावी सभाओं के जरिए योगी आदित्यनाथ ने पूरे जोर-शोर से प्रचार किया. इसका नतीजा ये हुआ कि गोरखपुर की सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया. वहीं पूरे प्रदेश में पार्टी ने 325 सीटें हासिल कर केसरिया परचम लहराया.

वर्ष 2006 में गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात रखने के लिए लोकसभा अध्यक्ष से विशेष अनुमति ली थी. तब पूर्वांचल के कई कस्बों में सांप्रदायिक हिंसा फैली थी. जब आदित्यनाथ अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो फूट-फूट कर रोने लगे. कुछ देर तक वे कुछ बोल ही नहीं पाए और जब बोले तो कहा कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रही है और उन्हें जान का खतरा है.

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