मुख्यमंत्री योगी के प्रयासों से वैश्विक पटल पर चमकी अयोध्या
रिपोर्ट देवेन्द्र सिंह तोमर
अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण एवं अयोध्या के विकास की गाथा विश्व पटल पर एक नजीर के मानिंद एक मिशाल कायम कर अपने स्वर्णिम आभा की चमक बिखेर रही है जो, भारत की एक अलग गौरवशाली पहचान बनी है विश्व मंच पर आज के समसामयिक परिपेक्ष में, इतिहास सदैव इसका साक्षी रहेगा, किंतु सौभाग्य यह की राम मंदिर निर्माण काल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर राम में आस्था रखने वाला एक दिव्य तरह का योगी, आदिकाल में जो श्री राम को पृथ्वी पर लाने वाली गौ माता के वंशज गोवंश सेवक और पुजारी निस्वार्थ निष्पक्ष निर्भीक एवं निष्ठावान व्यक्तित्व का धनी राष्ट्र प्रेमी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन होने के कारण अयोध्या के विकास में दिव्यता का प्रादुर्भाव चरितार्थ हो सका अन्यथा की स्थिति में भले ही भाजपा का कोई अन्य मुख्यमंत्री होता उसमें यह सामर्थ्य कदापि न देखने को मिलती। ये उद्गार अयोध्या भ्रमण पर आने वाली आम जनमानस के मुखार बिंद से अनायास ही स्फूटित नहीं होते कही न कही ये मृत्यु के समान सत्य है की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिवा किसी एक नगर के एक दिव्य विकास को विश्व पटल पर अपनी बेहतर छाप छोड़ने अथवा मिसाल कायम करते हुए चमक बिखेर जाए किसी अन्य।
मुख्यमंत्री से कदापि कल्पना भी नहीं की जा सकती थीं इसके अलावा भी देश की जनता में एक आम धारणा घर करती चली जा रही है की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारत के भावी प्रधानमंत्री पद के दावेदार की चमक के साथ भारतीय राजनीति जगत में एक उभरता हुआ ध्रुव तारा है।
राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में केन्द्र सरकार द्वारा अनायास श्रेय लेने से जो श्रद्धालुओं के विश्वास को झकझोर गया चूंकि विवाद एक संप्रभु संपन्न गणतंत्र राष्ट्र के प्रधानमंत्री एवं सनातन जगत के सर्व श्रेष्ठ व्यक्तित्व शंकराचार्य के मध्य तक पहुंच गया बजाए इस अपवाद के एक मुख्यमंत्री होने के तौर का सलीका इतनी गजब की शैली में प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो वैश्विक मनमोहक अदा का परिचय साबित हुआ और यही भारत के भावी प्रधानमन्त्री के रूप में देश की जनता योगी आदित्यनाथ की कल्पना करने लगी जो मृत्यु के समान सत्य है। हालांकि भाजपा और संघ नकारने की जुगत भले ही करे अपने स्वार्थ चरित्र का परिचय प्रस्तुत करते हुए किन्तु देश के आम जनमानस के दिलो मे घर कर जाने वाला व्यक्तित्व के रुप मे योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता समूचे विश्व पटल पर चमकेगी और वह दिन दूर नहीं जब भारत को विश्व गुरु के रुप में स्थापित कर एक नया इतिहास रचेंगे योगी आदित्यनाथ।