एचएमआईएफ ने अपनी स्पर्श संजीवनी पहल के अंतर्गत 15 लाख से ज्यादा लोगों तक पहुंचाईं स्वास्थ्य सेवाएं
डीएस तोमर पुणे : ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की सीएसआर इकाई ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) अपनी स्पर्श संजीवनी पहल के माध्यम से सामाजिक कल्याण एवं मानवीय सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। 2021 में शुरू की गई इस पहल ने भारत के सात राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों के 15 लाख से ज्यादा लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को किफायती बनाया है।
ह्यूंडई के ग्लोबल विजन ‘प्रोग्रेस फॉर ह्यूमैनिटी’ के अनुरूप यह पहल सात राज्यों में अपने 35 टेलीमेडिसिन क्लीनिक एवं मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को आसान, किफायती और भरोसेमंद बना रही है। इन राज्यों में हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात और ओडिशा शामिल हैं।
इस पहल के प्रभाव को लेकर ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के एवीपी एवं वर्टिकल हेड – कॉरपोरेट अफेयर्स श्री पुनीत आनंद ने कहा, ‘स्पर्श संजीवनी सामुदायिक कल्याण और स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम बनाने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य ग्रामीण भारत के वंचित तबके तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की आसान पहुंच सुनिश्चित करना है। इन सेवाओं का विस्तार करते हुए हम ऐसे लोगों के जीवन में एक अर्थपूर्ण बदलाव लाना चाहते हैं, जो अभी आधारभूत स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हैं।’
ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन यह जानता है कि राष्ट्र के विकास के लिए लोगों का स्वस्थ होना कितना आवश्यक है। इस प्रयास के माध्यम से स्पर्श संजीवनी के टेलीमेडिसिन क्लीनिक दूरदराज के मरीजों को मेट्रोपॉलिटन शहरों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से जोड़ते हुए ग्रामीण समुदायों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस पहल के प्रभाव को देखते हुए एचएमआईएफ की योजना 15 टेलीमेडिसिन सेंटर और 10 मोबाइल मेडिकल यूनिट के साथ इस मॉडल को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के सात क्षेत्रों में भी लागू करने की है। 50 टेलीमेडिसिन सेंटर और 10 मोबाइल मेडिकल यूनिट के साथ 14 क्षेत्रों में पहुंच के माध्यम से एचएमआईएफ अपनी सेवाओं को और विस्तार देना चाहती है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों एवं समुदायों को लाभ हो और सभी तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की पहुंच सुनिश्चित हो।
स्पर्श संजीवनी के तहत एचएमआईएफ ने दो प्रोग्राम क्रियान्वित किए हैं:
- टेलीमेडिसिन सेंटर: इन नर्स-असिस्टेड क्लीनिक्स के माध्यम से वीडियो कॉल के जरिये दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों को डॉक्टरों से रिमोट कंसल्टेशन कराया जाता है, जिससे सुनिश्चित होता है कि कहीं दूर जाए बिना मरीजों को एक्सपर्ट की राय मिल सके। इसके अतिरिक्त, इन क्लीनिक्स का गठजोड़ स्थानीय डायग्नोस्टिक लैब से भी है, जिससे जरूरी जांचें भी कराई जाती हैं। साथ ही कंसल्टेशन के बाद दवा एवं प्रिस्क्रिप्शन की व्यवस्था भी की जाती है।
- मोबाइल मेडिकल यूनिट: डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट के साथ एक मोबाइल हेल्थकेयर यूनिट ग्रामीण क्षेत्रों में सीधे लोगों के घर तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाती है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान होती है।
इस पहल के तहत वित्त वर्ष 2021 से 2024 तक 43.9 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई गई थी, जिसमें से वित्त वर्ष 2023 तक 23.14 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। वित्त वर्ष 2025 तक विस्तार के लिए 20.76 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। इस अनूठे प्रोग्राम के तहत हर मरीज पर औसतन 1,200 से 1,500 रुपये खर्च किए जाते हैं।
इस पहल के माध्यम से सबसे ज्यादा फ्लू, श्वसन तंत्र के संक्रमण, जोड़ों के दर्द, डायबिटीज और त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाज किया गया है। इसके माध्यम से लाभार्थी महिलाओं और पुरुषों का अनुपात अलग-अलग क्षेत्रों में 40 से 55 प्रतिशत तक है, जिससे इसमें सभी का समावेश सुनिश्चित होता है।