पूणे

सिंबायोसिस स्किल्स अँड प्रोफेशनल युनिव्हर्सिटी ने जागतिक बौध्दिक संपदा दिवस मनाया

सिंबायोसिस स्किल्स अँड प्रोफेशनल युनिव्हर्सिटी ने जागतिक बौध्दिक संपदा दिवस मनाया

पुणे,: अभिनवता और सर्जनशीलता में बौद्धिक संपदा की भूमिका को प्रोत्साहन देने के लिए सिंबायोसिस स्किल्स अँड प्रोफेशनल युनिव्हर्सिटी,पुणे कॅम्पस ने २६ अप्रैल को जागतिक बौद्धिक संपदा दिन एक विशेष कार्यक्रम के साथ मनाया गया. आयपी अँड एसडीजी : बिल्डिंग अवर कॉमन फ्युचर विथ इनोव्हेशन अँड क्रिएटिव्हिटी’ यह  इस वर्ष की संकल्पना से अनुरूप इस  कार्यक्रम की रचना की गई  थी. इस कार्यक्रम के लिए एसएसपीयु के प्र – कुलपती डॉ. स्वाती मुजुमदार,  एआयसी-सीड, आयसर, पुणे की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्वेता उत्तम इन्होंने आधुनिक समय में आईपीआर की भूमिका एवं महत्व के बारे में मार्गदर्शन किया गया.

26 अप्रैल जागतिक बौध्दिक संपदा दिवस के अवसर पर  सिंबायोसिस स्किल्स अँड प्रोफेशनल युनिव्हर्सिटी ने 26 कॉपीराईटस और डिझाईन्स साठी के लिए फाईल करने की घोषणा की है. यह कॉपीराइट और डिज़ाइन मुख्य रूप से  तंत्रज्ञान, स्वास्थ्य देखभाल और व्यवस्थापन  जैसे क्षेत्रों में प्रोफेसरों के मार्गदर्शन में विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्रों द्वारा दाखल किए गए है.

 

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जागतिक बौद्धिक संपदा दिवस यह हर साल 26 अप्रैल को मनाया जाता है और इस अवसर पर बौद्धिक संपदा संरक्षण का महत्त्व और अभिनवता और सर्जनशीलता में इसका महत्व अधोरेखित किया जाता है. यह एक समतोल दृष्टिकोण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक अवसर है जो आयपी धारकों के अधिकारों के साथ-साथ सामाजिक कल्याण और सार्वजनिक हित में उनकी भूमिका को ध्यान में रखता है.

इस  कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मुख्य अतिथि द्वारा सिंबायोसिस स्कील्स अ‍ॅन्ड प्रोफेशनल युनिव्हर्सिटी की आयपीआर धोरण  का अनावरण था. इसमें छात्रों और  प्रोफेसरों द्वारा किसी भी नवकल्पना की सुरक्षा, कार्यान्वयन और प्रक्रिया आदि के बारे में पूरी जानकारी शामिल है. इसका मसुदा कानूनी विशेषज्ञों की एक टीम के साथ-साथ सिंबायोसिस स्किल्स अँड प्रोफेशनल युनिव्हर्सिटी  पुणे  की  व्यवस्थापन और प्रोफेसरों की एक टीम द्वारा तैयार किया गया है.

इस  कार्यक्रम में  पेटंट,कॉपीराइट या नॉवेल डिजाइन के रूप में आईपीआर दाखिल करने में रुचि दिखाने वाले लगभग ६७ छात्रों और प्रोफेसरों को सम्मानित किया गया. इन छात्रों ने अपने द्वारा बनाया गया कंटेंट पेश किया है और उसके निरीक्षण के बाद आईपीआर  की प्रक्रिया  की जाएगी.

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