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मुंबई के स्टूडेंट्स ने सैमसंग के ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ रोडशो में हिस्‍सा लिया; पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने की है इच्‍छा

मुंबई के स्टूडेंट्स ने सैमसंग के ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ रोडशो में हिस्‍सा लिया; पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने की है इच्‍छा

पुणे: सैमसंग इंडिया ने मुंबई स्थित वीरमाता जीजाबाई टेक्‍नोलॉजिकल इंस्टिट्यूट (वीजेटीआई) में एक रोडशो का आयोजन किया है। इसमें इंस्टिट्यूट के इनक्यूबेटर लैब के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने ज्वलंत वैश्विक समस्याओं का समाधान करने के लिए सॉल्व फॉर टुमॉरो में भाग लेने के अपने इरादे का प्रदर्शन किया। सैमसंग का सॉल्व फॉर टुमॉरो एक राष्ट्रीय शिक्षा एवं नवाचार प्रतियोगिता है, जिसका लक्ष्य देश की अगली पीढ़ी के बीच अभिनव सोच और समस्या-समाधान की संस्कृति को प्रोत्साहित करना है।

 

स्टूडेंट्स ने आगे बढ़कर कचरा प्रबंधन करने और ऊर्जा के स्रोत के रूप में वैकल्पिक कच्चे मालों का प्रयोग करने जैसी वास्तविक जगत की समस्याओं को हल करने के प्रति अपनी वचनबद्धता को जाहिर किया। उन लोगों ने कहा कि उन्हें सैमसंग के ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ जैसे एक प्लैटफॉर्म की ज़रूरत है, जो उन्हें अपने विचारों को कारवाई में बदलने और लोगों का जीवन बदलने में उन्हें मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करे।

 

एयर्थ (AiRTH) के सीईओ, रवि कौशिक एयर्थ के अभिनव एयर प्यूरफिकेशन उत्पादों की मदद से हमारी साँस लेने का तरीका बदलते रहे हैं। उन्‍होंने स्टूडेंट्स से मुलाक़ात की और एयर्थ के निर्माण के दौरान आसन्न चुनौतियों और अपनी सफलता के बारे में उनसे बातचीत की। उन्‍होंने बताया कि किस प्रकार उनका स्टार्टअप स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का मुकाबला करने में सहायता कर रहा है। उन्‍हों स्टूडेंट्स को वास्तविक जगत की समस्याओं को हल करने के लिए अभिनव विचारों के बारे में सोचने के लिए भी प्रोत्साहित किया।

सैमसंग ने ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ के तीसरे सीजन के लिए हाल में इलेक्ट्रॉनिक्स और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय के स्टार्टअप हब और फाउंडेशन फॉर इनोवेशन ऐंड टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर (एफआईटीटी), आईआईटी दिल्ली, और यूनाइटेड नेशंस इन इंडिया के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की थी।

इस साल ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ प्रोग्राम में दो विशिष्ट ट्रैक लागू किये गए हैं – स्कूल ट्रैक और यूथ ट्रैक। प्रत्येक ट्रैक एक निर्दिष्ट थीम को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित और अलग-अलग आयु वर्गों को लेकर लक्षित है। दोनों ट्रैक साथ-साथ चलेंगे जिससे सभी स्टूडेंट्स के लिए समान और निष्पक्ष अवसर सुनिश्चित होगा।

 

स्कूल ट्रैक 14-17 आयु वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए है, जिसमें ‘समुदाय और समावेशन’ पर फोकस किया गया है। यह ट्रैक अल्प सुविधाप्राप्त समूहों के उत्‍थान, सामाजिक नवाचार और इस प्रकार ‘सॉल्विंग फॉर इंडिया’ के माध्यम से सभी के लिए स्वास्थ्य की सुलभता और सामाजिक समावेशन में सुधार के महत्‍व पर जोर देता है।

दूसरी ओर यूथ ट्रैक 18-22 आयु वर्ग के लोगों के लिए है, जो ‘पर्यावरण और संवहनीयता’ की थीम पर केन्द्रित है। यह ट्रैक कार्बन फुटप्रिंट को कम करने, पर्यावरण की रक्षा करने और संवहनीयता को बढ़ावा देने एवं इस प्रकार ‘सॉल्विंग फॉर द वर्ल्ड’ के लिए अभिनव विचारों को प्रस्तुत करने का प्रयास करता है।

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