भक्तों की रक्षा के लिए भूतल पर आतें भगवान : अनूप महाराज
कथा को सुनाते कथावाचक आचार्य अनूप ठाकुर जी महाराज
विशाल समाचार हरदोई: जिला हरदोई के ग्राम परचौली में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथावाचक अनूप ठाकुर जी महाराज ने चतुर्थ दिवस में कथा के दौरान समुद्र मंथन व देवासुर संग्राम की कथा अत्यंत रोचक ढंग से सुनाई। उन्होंने राजा बलि के दानवीरता की मिसाल प्रस्तुत करतें हुए वामन भगवान बलि चरित्र के प्रसंग के साथ साथ श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा जब जब भूतल पर पापाचार अत्याचार बढ़ता है तब तब भगवान अवतार लेकर निशाचरों को मारकर धर्म की स्थापना करते हैं!
जब जब होई धरम की हानि, बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी,
तब-तब प्रभु धरि विविध सरीरा, हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा,
अनूप महाराज ने कहा कि कंस के अत्याचार से पृथ्वी माता देवगण भयभीत होकर भगवान की शरण में पहुंचे तो प्रभु ने आकाशवाणी कर आश्वासन दिया मैं शीघ्र आ रहा हूं कहने पर श्री कृष्ण ने जेल में जन्म लिया देवकी के कहने पर बासुदेव ने बालक को टोकरी में रखकर गोकुल पहुंचाया। भाद्र महीना, अष्टमी की तिथि रात्रि जन्म लेकर भगवान ने मनुष्य को संदेश दिया कि परिस्थितियां कैसी भी हो मनुष्य को उसका मुकाबला करना चाहिये उन्होंने कहा कि हमें जब भी दु:ख या कष्ट मिलता है तो अपने ही लोगों से मिलता है । इस लिये सच्चा साथी ईश्वर की भक्ति ही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के भीतर एक दिव्य शक्ति होती है। लेकिन गुरु की कृपा से ही दिव्य नेत्र के खुलने से साधक परमात्मा का दर्शन कर पाता है महाराज जी द्वारा अध्यात्मिक प्रवचन सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए! इस मौके पर परिक्षित सुरेश सिंह सपत्नीक महेंद्र पाल सिंह पप्पू, मंजेश, विवेक सिंह, नितेश पाठक, गोलू त्रिवेदी, हर्षित त्रिपाठी रामवीर सिंह, अजय सिंह, बिट्टा सिंह, अभिषेक सिंह समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहें!