दुनिया भर में भारत का दबदबा : स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने इंजन और वाहन उत्पादन में हासिल की गई विभिन्न उपलब्धियों का जश्न मनाया
› स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया (SAVWIPL) ने अपनी अत्याधुनिक चाकण फैक्ट्री में 15 लाख मेड-इन-इंडिया वाहनों के उत्पादन का जश्न मनाया
› कंपनी की विश्व स्तरीय इंजन शॉप ने 10वीं वर्षगांठ मनाई और 380,000 से ज्यादा भारत में निर्मित इंजनों के उत्पादन की उपलब्धि हासिल की। इससे ‘मेक-इन-इंडिया’ पहल के लिए SAVWIPL की प्रतिबद्धता साफ जाहिर होती है।
› इंडिया 2.0 रेंज के लिए 300,000 यूनिट का उत्पादन करने की उपलब्धि हासिल की- इसमें वीडब्ल्यू टाइगुन और वर्टस, स्कोडा कुशाक और स्लाविया शामिल हैं
› ‘मेक इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड’ का मजबूत प्रदर्शन: दुनिया भर के मार्केट में लगभग 40 बाजारों में 30% से ज्यादा कारों का किया गया निर्यात
पुणे, 27 मई 2024 – स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SAVWIPL) भारत के चाकण में स्थित अपनी अत्याधुनिक वाहन और इंजन उत्पादन इकाई में हासिल की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों की एक श्रृंखला का जश्न मना रहा है।
अपनी स्थापना के बाद से, SAVWIPL ने भारत के ऑटोमोटिव सेक्टर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी ने अपनी चाकण फैक्ट्री में 15 लाख से अधिक वाहनों का उत्पादन कर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने 2009 में अपनी पहली कार स्कोडा फाबिया का उत्पादन इसी प्लांट में किया था। इस उपलब्धि में फॉक्सवैगन ग्रुप के जानेमाने मॉडल जैसे वीडब्ल्यू वेंटो और पोलो, स्कोडा फाबिया और रैपिड के साथ-साथ प्रसिद्ध MQB-A0-IN प्लेटफॉर्म पर आधारित नए जमाने के मॉडल – वीडब्ल्यू टाइगुन और वर्टस, स्कोडा कुशाक और स्लाविया शामिल हैं।
पिछले सालों के दौरान, कंपनी की चाकण फैक्ट्री में इंजन शॉप ने फॉक्सवैगन ग्रुप के लिए विश्व स्तरीय और अत्यधिक कार्यकुशल इंजनों की 300,000 से अधिक यूनिट्स का उत्पादन किया है। भारत के घरेलू बाजार के प्रति SAVWIPL के समर्पण के नजरिए से यह उपलब्धि और भी अहम हो गई है। कंपनी के 1.0L TSI इंजन भारत में निर्मित कलपुर्जों पर काफी ज्यादा निर्भर हैं। कंपनी की यह प्रतिबद्धता देश की ‘मेक इन इंडिया’ पहल से पूरी तरह मेल खाती है। SAVWIPL ने ऑटोमेशन के लिए एक संतुलित नजरिया भी स्थापित किया है। दक्षता के लिए टेक्वनोलॉजी का फायदा उठाते हुए, कंपनी मानवीय विशेषज्ञता के मूल्य को पहचानती है और इसके लिए कंपनी ने ‘स्किल इंडिया’ अभियान के तहत स्थानीय प्रतिभा को निखारने पर फोकस बरकरार रखा है।
अपनी उपलब्धियों की सूची में बढ़ोतरी करते हुए, स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने अपनी लोकप्रिय इंडिया 2.0 कार रेंज की 300,000 यूनिट का उत्पादन करने की नई उपलब्धि हासिल की है। इस रेंज में वीडब्ल्यू टाइगुन और वर्टस, स्कोडा कुशाक और स्लाविया शामिल हैं। भारत और दुनिया के लिए भारत में बनाई गई, ये कारें सबसे सुरक्षित मेक-इन-इंडिया कारों में से एक हैं। इन कारों को ग्लोबल एनसीएपी द्वारा वयस्क और बच्चों दोनों के लिए पूरी 5 स्टॉर सेफ्टी रेटिंग हासिल है।
घरेलू उत्पादन से अलग हटकर देखें तो SAVWIPL एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत की वैश्विक उपस्थिति बढ़ाने में सक्रिय योगदान दे रही है। कंपनी अपने कार उत्पादन का 30% से ज्यादा निर्यात करती है जोकि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारतीय क्षमताओं और गुणवत्ता मानकों को दर्शाता है। समूह 40 से अधिक देशों में निर्यात करता है और भारत में निर्मित कारों के शीर्ष 4 निर्यातकों में से एक है।
कंपनी की इन उपलब्धियों पर अपनी बात रखते हुए स्कोडा ऑटो ए.एस. प्रोडक्शन एंड लॉजिस्टिक्स के बोर्ड सदस्य एंड्रियास डिक ने कहा, “आज की लगातार विकसित हो रही दुनिया में भारत स्कोडा ऑटो की उत्पादन क्षमता में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता के रूप में उभर रहा है। स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया द्वारा हासिल की गई नई उपलब्धियां राष्ट्रीय सीमाओं से परे अपना परचम लहरा रही हैं। ये वैश्विक स्तर पर उत्कृष्टता और इनोवेशन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। इंजन शॉप में हमारा दशक भर का निवेश और चाकण प्लांट में 15 लाख वाहनों का उल्लेखनीय उत्पादन, हमारी वैश्विक रणनीति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। ये उपलब्धियां न केवल हमारी क्षमताओं को दिखाती हैं बल्कि हमारे विकास को आगे बढ़ाने में भारतीय बाजार की अपार क्षमता को भी उजागर करती हैं”।
तकनीकी विकास के लिए स्कोडा ऑटो ए.एस. बोर्ड के सदस्य डॉ. जोहान्स नेफ्ट ने कहा, “15 लाख यूनिट के उत्पादन की उपलब्धि हासिल करना हमारी भारतीय उत्पादन इकाई की असाधारण इंजीनियरिंग क्षमताओं का प्रमाण है। भारत में हमारा शीर्ष स्तर का अनुसंधान एवं विकास केंद्र इनोवेशन और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ग्लोबल टीम नई सोच और विशेषज्ञता को बहुत महत्व देती है। ये योगदान भारत और दुनिया के लिए नए, अत्याधुनिक उत्पाद विकसित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। यह हमारे भारतीय कारोबार की ताकत और कुशलता को उजागर करता है, जो हमें दुनिया भर में ऑटोमोटिव इनोवेशन में सबसे आगे रखता है।’’
इस मौके पर स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ, पीयूष अरोड़ा ने कहा, “मुझे अपने स्थानीय परिदृश्य में इन उपलब्धियों को हासिल करने पर बेहद गर्व है। हमारे चाकण प्लांट में 15 लाख वाहनों का महत्वपूर्ण उत्पादन, चार सफल एमक्यूबी मॉडलों के उत्पादन की उपलब्धि के साथ मिलकर और हमारे इंजन शॉप की 10 साल की यात्रा, भारत के ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के प्रति हमारे समर्पण और देश की प्रतिभा और वर्कफोर्स के लिए SAVWIPL के महत्वपूर्ण योगदान का प्रमाण है। हम भारत में अपनी विस्ता