22 जून 2024 से चक्कर पर चक्कर,नहीं लिखी जा रही एफआईआर थाना फ्रेण्डस कालोनी इटावा का मनमाना कारभार
ऐसी तो मोटरसाइकिल हजारों रोज चोरी होती है आखिरकार इसको क्या समझा जाय… वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय इटावा जबाव दे…
मोटरसाइकिल चोरी का सक के आधार पर पुलिस चौकी आईटीआई चौराहा एवं पुलिस थाना फ्रेण्डस कालोनी इटावा को सौंपा था ज्ञापन
इटावा विशाल समाचार संवाददाता:
इटावा में जबसे लोकसभा चुनाव समाप्त हुए तबसे क्राइम दिनदहाड़े शुरू हो गया। हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा अपने कर्तव्य को निष्ठावान से निभा रहे हैं। मगर उनके ही कुछ कर्मी उनका नाम खराब करने पर तुले हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पीआरओ का कहना है कि एफआईआर तुरंत रजिस्टर होती है .
उसके वाद एक मोबाइल एसपी कार्यालय से दिया गया।उसमें कहा गया कि आप इन दरोगा जी वात कर लो ,जब उस नंबर पर वात की तो उन्होंने भी यही वात वोली। एफआईआर तुरंत रजिस्टर होती,तो फिर 22 जून2024 से चक्कर पर चक्कर लगवाने का कारण क्या है? क्या इस विषय पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वर्मा जी जबाव देंगे या फिर इस विषय पर डीजीपी महोदय जबाव देंगे.?
घटना एनएच 2 संचेतना डिग्री कालेज के पास की बताई है। जहां पर प्रार्थी राजीव कुमार दिनांक 22-6-2024 को दोपहर करीब 1-30 मिनट पर मजदूरी का काम कर रहा था। दिनांक 22/06/2024) को मेरी लाइक चोरी हुई।जिसका नंबर यूपी 75 AN 0704 था। वहाँ मजदूरी का काम कर रहा था। दोपहर 1:30 बजे प्रार्थी के साथ दो लोग बात कर रहे थे।उसके वाद जब वो वहाँ से निकले तब वहां वाइक थी। उसी ढेड़ से 2 के बीच वो लोग निकले उतने में ही प्रार्थी की वाइक वहाँ से चोरी हुई। उनका नाम-शुल्ली पुत्र श्री लज्जाराम सिंह, निवासी- कुरसैना (थाना – जसवन्तनगर उसका साथी सिटू था। इन्हीं दोनो पर सक है।
प्रार्थी ने इसकी जानकारी विशाल समाचार पत्र न्यूज चैनल के मोबाइल नंबर पर फोन करके जानकारी दी।जिसमें राजीव कुमार यादव ने बताया उसका पिता धमकी दे रहा है।तुम क्या करोगे मैं तुम्हें अंदर करवा दूंगा आप जानते नहीं हमें, क्या उखाड़ोगे हमारा कंम्पलैड से क्या होगा। कुछ नहीं होने वाला।पीड़िता ने बताया अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई और न एफआईआर लिखा जा रहा है।हम और हमारे भाईसाहब पुलिस चौकी आईटीआई चौराहा व पुलिस थाना फ्रेण्डस कालोनी इटावा के चक्कर पर चक्कर लगा रहे हैं।
आज आओ कल आओ परसों आओ आपका काम हो जायेगा।आप जाओ जब एफआईआर दर्ज तक नहीं हुई तो क्या कार्यवाही होगी। आगे कुछ बोलने का मौका ही नहीं देते।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा जी अपना कर्तव्य निष्ठावान पूर्वक कर रहे हैं।मगर वही उनके कुछ थाने और पुलिस चौकी के अधिकारी गण उनका छवि खराब करने पर उतारू है।
गौरव की वात यह है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय ने जनपद इटावा में अधीक्षक पद जोइनिंग की तब से लेकर अपने पुलिस कर्मियों को अच्छे कार्य की सराहना करते हुए 25 हजार रूपए देकर लगातार अपने कर्मियों नाम रोशन कर रहे हैं। वास्तव में यह पुरस्कार की रकम उस टीम को दी जाती..? यह पुरस्कार की रक्कम अधीक्षक महोदय अपने पाकेट से देते .?या प्रशासन की तरफ से दी जाती है। महोदय इसका खुलासा करें। इसका महोदय जबाव देंगें.
दिन प्रतिदिन वरिष्ठ अधीक्षक महोदय अपनी डियूटी का कर्तव्य अच्छी प्रकार कर रहे हैं। दिन रात, दिन प्रतिदिन अपराधियों पर अंकुश लगाने में जुटे हुए हैं। इस पर कोई संदेह नहीं.मगर उनके कुछ थानों व कुछ पुलिस चौकी प्रभारी उनकी छवि खराब करने पर उतारू है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को विषय को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेने की आवश्यकता है..