सीतामढ़ी

जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में आहूत की गई

 

 

जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में आहूत की गई

 

सीतामढ़ी विशाल समाचार संवाददाता: जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में आहूत की गई। जिलाधिकारी ने बैठक में जिला अंतर्गत उर्वरक प्रतिष्ठानों के विरुद्ध औचक छापेमारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में निर्धारित दर पर ही उर्वरक की बिक्री करवाएंगे।जिलाधिकारी के द्वारा नेपाल सीमा पर उर्वरक की अवैध रूप से निर्गमन पर निगरानी रखे जाने की आवश्यकता, नैनो यूरिया के इस्तेमाल को प्रश्रय दिए जाने,सभी उर्वरक की दुकानों पर अनिवार्य रूप से रेट चार्ट एवं स्टॉक चार्ट रखने,थोक विक्रेताओं के पास उर्वरक की उपलब्धता की सूची आदि के सम्बन्ध में कई निर्देश दिए गए।

 

उक्त बैठक में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि उर्वरक के थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेताओं द्वारा की जा रही उर्वरक की बिक्री की सतत निगरानी पर बल देते हुए जिले के सभी पंचायतों तक उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करावें। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि उर्वरक के विक्रय पर पूरी निगरानी रखें। विक्रय की समीक्षा बैठक लगातार करें, ताकि, सभी किसानों को उर्वरक प्राप्त हो सके। इसके अतिरिक्त बैठक में खरीफ 2024- 25 के लक्ष्य एवं आच्छादन, खरीफ 2024- 25 में उर्वरक की आवश्यकता एवं उपलब्धता, उर्वरक कालाबाजारी, छापामारी उर्वरक नमूना संग्रहण, उर्वरक की वितरण व्यवस्था आदि विषयों पर व्यापक चर्चा की गई एवं इस संबंध में कई आवश्यक निर्देश दिए गए।

 

बैठक में उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि धान रोपनी में लक्ष्य 106204.552 हेक्टेयर के विरुद्ध अभी तक 104569.283 हेक्टयर में रोपनी की जा चुकी है जो की लक्ष्य का 99.30 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।यूरिया सहित अन्य उर्वरक की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि टीम बनाकर एवं खुदरा एवं थोक विक्रेताओं की लगातार जांच कराई जा रही है। नेपाल बॉर्डर एरिया पर भी निगरानी की जा रही है ।उन्होंने जानकारी दी कि जिले में खुदरा उर्वरक विक्रेताओं की संख्या 964 है जबकि थोक उर्वरक विक्रेताओं की संख्या 28 है। 248 बीज विक्रेता हैं जबकि 148 कीटनाशी विक्रेता है। वही दो वर्मी कंपोस्ट विक्रेता है।

 

बैठक में माननीय विधायक सुरसंड श्री दिलीप राय, जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी, उप विकास आयुक्त मनन राम,जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी ,जिला सहकारिता पदाधिकारी, थोक विक्रेता दुकानों के प्रतिनिधि तथा कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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