वि.स.अतिवीर सिंह गुर्जर
फिरोजाबाद: गंगा दशहरा का पर्व आज धूमधाम से मनाया जाएगा। गंगा दशहरा पर ही पृथ्वी पर मां गंगा का अवतरण हुआ था। लोग गंगा और यमुना स्नान करने के लिए जाते हैं। इस दिन दान का भी महत्व है। सुहागनगरी में दशहरा पर पतंग उड़ाने की परंपरा है। आज सुहागनगरी के आसमान में हजारों पतंगे उडे़ंगी। शनिवार को पतंगों की दुकानों पर भीड़ रही। दशहरा को दान का पर्व कहते हैं। लोग मौसमी फल, जलेबी, शर्बत आदि दान कर पुण्य कमाएंगे। जनपद में दशहरा के दिन जलेबी की बिक्री होती है। हलवाइयों की दुकान पर जलेबी बनाने की तैयारियां शनिवार की से ही शुरू हो गई है।
दान का है धार्मिक महत्व
गंगा दशहरा पर दान का महत्व है। लोग आम, खरबूज, जलेबी, शर्बत आदि का दान करते हैं। जगह-जगह शर्बत, ठंडे पानी की प्याऊ लगाई जाती है। हालांकि कोरोना के कारण लोग इन क्रिया-कलापों से बच रहे हैं। इस दिन गंगा नहाने से पुण्य मिलता है। क्योंकि मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण आज के दिन ही हुआ था।