ड्रोन तकनीक वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को हल करेगी
डॉ. सुनील ढोरे का मत; जी एच रायसोनी इंटरनेशनल स्किल टेक यूनिवर्सिटी में ड्रोन डेवलपमेंट क्लब की शुरूवात
पुणे: कृषि, आपदा प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स और रक्षा जैसे अनेक क्षेत्रों में ड्रोन की परिवर्तनकारी क्षमता और उसका इस्तमाल किया जा रहा है. ड्रोन तकनीक केवल तकनीकी उन्नति के लिए ही नहीं, बल्कि वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को हल करने के महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है,ऐसा मत आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पुणे के कंप्यूटर डेवलपमेंट प्रमुख और मुख्य अतिथि डॉ. सुनील ढोरे ने व्यक्त किया.
जी एच रायसोनी इंटरनेशनल स्किल टेक यूनिवर्सिटी हाल हि में ड्रोन डेवलपमेंट क्लब के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया था, इस अवसर प्रमुख अतिथि के रुप में वे बोल रहे थे. इस समय युनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एम.यू. खरात, जी एच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजिनीअरिंग अँड मॅनेजमेंट के कैम्पस निदेशक डॉ. आर. डी. खराडकर, युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. जितेंद्र कुमार मिश्रा, परीक्षा निदेशक श्री. दयानंद सूर्यवंशी, कार्यक्रम और क्लब समन्वयक काजल खोब्रागड़े और क्लब समन्वयक सहाय्यक प्रो. अमित कुमार उपस्थित थे. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के बीच नवाचार, रचनात्मकता और व्यावहारिकता को बढ़ावा देना था. इस बीच “योमधारा” नामक एयरबोर्न स्काउट्स टीम ने ड्रोन डेवलपमेंट प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि “कृषीएक्सपर्ट” नामक उड़ान टीम ने उपविजेता की ट्रॉफी जिती.
डॉ. सुनील ढोरे ने कहां कि विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन की परिवर्तनकारी क्षमता बढ रही है. रक्षा क्षेत्र में ड्रोन सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं. छात्रों ने “ड्रोन तकनीक की असीम संभावनाओं को अपनाकर समाजोपयोगि तकनीक बनानी चाहिए. वही ड्रोन न केवल तकनीकी उन्नति के लिए बल्कि वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए काम करे. छात्रों ने पारंपरिक उपयोगों से परे सोचकर और समाज हित के लिए ड्रोन नवाचार के प्रभाव पर विचार करना चाहिए.
कुलपति डॉ. एम.यू. खरात ने कहा कि विभिन्न छात्र समूहों द्वारा प्रस्तुत ड्रोन डेवलपमेंट के अत्याधुनिक ड्रोन प्रोटोटाइप और समाधान समाज हितौशी है. विजेताओं और उपविजेताओं की उनकी उत्कृष्टता और नवाचार के लिए यह पुरस्कार मिला है. जिने पुरस्कार नही मिला उन टिमों ने भी अच्छा काम किया है. प्रत्येक प्रतिभागी को उनकी कड़ी मेहनत और रचनात्मक समाधान के लिए बधाई दी गई. रायसोनी एजुकेशन के अध्यक्ष श्री. सुनील रायसोनी और रायसोनी एजुकेशन के कार्यकारी निदेशक श्री. श्रेयश रायसोनी ने विजेताओं को बधाई दी.