अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आये कवियों ने श्रोताओं को हास्य, ब्यंग की रचनाओ से गुद्गुदा कर भरे पंडाल में लोटपोट होने को मजबूर कर दिया
इटावा विशाल समाचार संवाददाता: अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आये कवियों ने श्रोताओं को हास्य, ब्यंग की रचनाओ से गुद्गुदा कर भरे पंडाल में लोटपोट होने को मजबूर कर दिया। रात्रि करीब नौ बजे पूर्व काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तो कवि सम्मेलन को सुमित ओरछा ने सबसे पहले सरस्वती वंदना के साथ अपने हास्य अंदाज में संचालन करते हुए श्रोताओं को खूब लोटपोट किया।
रामलीला समिति द्वारा देर रात आयोजित कवि सम्मेंलन में कानपुर के हास्य कवि हेमंत पांडे ने प्रस्तुत किया कि एक एक प्रेमिका को बांटकर ले गए, जो नही माना उसे डांट कर ले गए जिस पेड़ से बाधा मोहब्बत का धागा, नगर निगम वाले उसे भी काट कर ले गए। उसके बाद महफिल में ठहाकों का सिलसिला कार्यक्रम समाप्ति तक चलता ही रहा। वरिष्ठ गीतकार विष्णु सक्सेना ने गुनगुनाया तू जो ख्याबो में भी आ जाये तो मेला कर दे, गम के मरूस्थल में वरसात का रेला कर दे।
लखनऊ की साक्षी तिवारी ने कदम जब लड़खड़ाएगे उन्हें चलने का दम देगी, वह अपनी जा को जा लुटाने की कसम देगी।
हास्य कवि हापुड़ के अर्जुन सिंह सिसोदिया ने अपनी रचना सुनाते हुए कहा युद्ध नहीं जिनके जीवन में वह भी बड़े अभागे होंगे, या तो प्रण को तोड़ा होगा या फिर रण से भागे होंगे। नेत्रहीन कवि खंडवा के अकवर ताज ने कविता सुनाते हुए खूब वाहवाही लूटी मुझे तुम राम के जैसा या फिर लक्ष्मण बना देना , या फिर सिया के मन जैसा मन को दर्पण बना देना। इटावा की प्रतीक्षा चौधरी ने अश्रुवो से भीगी मीरा प्रेम से पुकारती, तो नैनो में बस जाते बृज के बिहारी हैं। कवियों ने व्यवस्थाओं पर गहरी चोट करते हुए तथा समाज को निर्देशित करते हुए कविता के माध्यम से राजनीतिक व्यवस्था, भ्रष्टाचार आदि पर करारा प्रहार किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में रामलीला समिति द्वारा शिवपाल सिंह यादव तथा सांसद आदित्य यादव को प्रतीक चिन्ह तथा पटका पहना कर उनका स्वागत किया। इस दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख अनुज मोंटी यादव, नपा अध्यक्ष सत्यनारायण संखवार, राजीव गुप्ता बबलू , ठाकुर अजेंद्र सिंह गौर, विश्वनाथ प्रताप सिंह, राजेंद्र गुप्ता एडवोकेट, सचिन गुप्ता, राजीव माथुर, गोपाल गुप्ता आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप गुप्ता ने की।