प्रशिक्षण का शुभारम्भ आज दिनांक 18.11.2024 को मुख्य विकास अधिकारी महोदय, द्वारा डायट के प्रशिक्षण हॉल में दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इटावा विशाल समाचार संवाददाता:
इटावा जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी लक्ष्मीकांत त्रिपाठी ने बताया कि जिलाधिकारी महोदय इटावा की अनुमति से दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा दिनांक 18.11.2024 से 21.11.204 तक ‘डिस्लेक्सिया व अटेंशन डेफिसिट एण्ड हाइपर एक्टिीविटी सिन्ड्रोम’ से प्रभावित बच्चों के पठन पाठन हेतु मास्टर ट्रेनर तैयार किये जाने के दृष्टिगत इस विधा के उच्च कोटि के चिकित्सकों एवं प्रशिक्षकों के माध्यम से विभिन्न स्तर एवं विभागों के अध्यापकों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में दिया जायेगा। प्रशिक्षण का शुभारम्भ आज दिनांक 18.11.2024 को मुख्य विकास अधिकारी महोदय, द्वारा डायट के प्रशिक्षण हॉल में दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा अपने उद्बोधन में बताया गया कि डिस्लेक्सिया किसी बच्चे की बुद्धिमत्ता का प्रतिबिम्व न होकर वास्तव में उनकी योग्यता और उपलब्धि के बीच अन्तर के रूप में परिभाषित किया जाता है। डिस्लेक्सिया एक सीखने सम्बंधी विकार है। जिसमें भाषण ध्वनियों की पहचान करने और कुछ सीखने में समस्या होती है। यह भाषा में ध्वनियों को पहचानने और उनका उपयोग करने की बच्चे की क्षमता को प्रभावित करता है। बच्चे को शब्दों को समझने, पढ़ने लिखने और वर्तनी में कठिनाई होती है। इसके लक्षण कक्षा 3 तक आते-आते बच्चे में प्रतिविम्वित होने लगते हैं। जिसको हम विशेष रणनीतियों के साथ शैक्षणिक माध्यमों से काफी हद तक ठीक कर सकते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बेसिक / माध्यमिक शिक्षा विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग में पंजीकृत स्वै० संस्थाओं के 50 अध्यापकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में विकसित करने के लिए राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई, एवं जिला अस्पताल के साइक्लोजिस्ट / क्लीनिकल साइक्लोजिस्ट के साथ साथ इस क्षेत्र के प्रवीण विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रधानाचार्य डायट इटावा, डा० उदभव तिवारी, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई इटावा, डॉ० उष्मा तिवारी, क्लीनिकल साइक्लोजिस्ट एवं श्री लक्ष्मीकान्त त्रिपाठी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, भी उपस्थित रहें।