पुणे की आवासीय अचल संपम्ति क्षेत्र में आपूर्ति की कमी के कारण संम्पति की कीमतें बढना तय:प्रीमियम अपार्टमेंट के लिए पुणे में ग्राहकों की लगी लाइन से लगता है उनकी संम्पति का अंदाज
पुणे,( वि.स.प्रतिनिधी) रियल एस्टेट कारोबार के अग्रणी और पुणे, गोवा व बेंगलुरु में प्रीमियम आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के पुरस्कार विजेता निर्माता गेरा डेवलपमेंट्स ने आज अपनी द्विवार्षिक रिपोर्ट का जुलाई 2021 संस्करण जारी किया। इसका शीर्षक है ‘गेरा पुणे आवासीय रियल्टी रिपोर्ट’। रिपोर्ट पुणे के आवासीय रियल्टी बाजार के सबसे लंबे समय तक चलने वाले, जनगणना-आधारित अध्ययन का परिणाम है। यह गेरा डेवलपमेंट्स द्वारा किए गए प्राथमिक और मालिकाना अनुसंधान पर आधारित है और शहर के केंद्र के 30 किलोमीटर के दायरे में सभी मौजूदा परियोजनाओं को कवर करता है।
जनवरी से जून 2021 की अवधि के लिए नवीनतम गेरा पुणे आवासीय रियल्टी रिपोर्ट के अनुसार, पुणे शहर सहित देश भर में कोविड -19 के बढ़ते मामलों और क्षेत्रीय लॉकडाउन और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से पुणे के आवासीय रियल्टी क्षेत्र में नए लॉन्चों में जून 2021 में गिरावट आई है। नई आवासीय संपत्ति के लॉन्च होने में 30% की गिरावट आई है, बिक्री के लिए उपलब्ध इन्वेंट्री 9 साल में अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई है। बिक्री योग्य इन्वेंट्री में गिरावट का कारण यह है कि मजबूत बिक्री के बावजूद बिक्री की जगह को भरने के लिए नई आपूर्ति की कमी है। बेची गई प्रत्येक 100 इकाइयों के एवज में केवल 59 इकाइयाँ जोड़ी गईं।
महामारी, अब तीसरी लहर के खतरे के साथ दूसरी लहर के अंतिम छोर पर है, जिसने सामान्य तौर से रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए चीजों को मुश्किल बना दिया है। महामारी की शुरुआत में जिस के-आकार की बहाली (मंदी के बाद अर्थव्यवस्था के विभिन्न हिस्सों का असमान ढंग से बहाल होना) की भविष्यवाणी की गई थी, निश्चित तौर पर वैसा ही दिख रहा है। हालांकि बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड और विविध उत्पादों वाले प्रतिष्ठित डेवलपर्स साइट पर तेजी से निर्माण कर रहे हैं और उनकी बिक्री भी मजबूत दिख रही है। लेकिन दूसरी ओर के लोगों के लिए बिक्री एक चुनौती बनी हुई है। उनकी निर्माण की गति भी धीमी हुई है, जिससे भविष्य में भी उनकी बिक्री पर असर पड़ने की पूरी आशंका है।
पुणे के आवासीय अचल संपत्ति बाजार में नवीनतम रुझानों के बारे में बात करते हुए गेरा डेवलपमेंट्स के प्रबंध निदेशक, श्री रोहित गेरा ने कहा कि, “बाजार दृढ़ता की ओर जाने की राह पर है। बेशक नए प्रोजेक्ट लॉन्च की संख्या में गिरावट हुई है और बिना बिकी वाली इन्वेंट्री सात साल के अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई है, लेकिन, हम आगे बढ़ते हुए मानते हैं कि पिछले एक साल में कीमतों में हुई वृद्धि को और गति मिलेगी। आवासीय अचल संपत्ति की कीमतों में वृद्धि बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए इन्वैंट्री के पर्याप्त न होने की वजह से है। जब भी माँग आपूर्ति से अधिक होती है, कीमतें बढ़ जाती हैं।”
आपूर्ति बेशक कम है, लेकिन लोगों को घर में रहने को मजबूर करने वाली महामारी ने बड़े और बेहतर घरों के लिए लोगों की बढ़ती इच्छाओं को रेखांकित किया है। यह एक मजबूत और ज्यादा निरंतर माँग को दर्शाता है। ऐसे अभूतपूर्व और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान प्रीमियम और लक्जरी सेगमेंट में बढ़ोतरी भी लोगों को अपग्रेड करने और अधिक प्रीमियम उत्पाद खरीदने की इच्छा को उजागर करती है।
श्री गेरा ने आगे कहा कि, “नई परियोजनाओं के लॉन्च होने का अभूतपूर्व निम्न स्तर होने के साथ, मजबूत माँग को आपूर्ति-पक्ष की बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। इससे पिछले 12 महीनों में संपत्ति की कीमतों में पहले ही औसतन 3.73% की वृद्धि हुई है। हालाँकि, जैसे-जैसे नई परियोजना शुरू होती है, कीमतें ऊपर की ओर जाते-जाते, मध्यम अवधि में स्थिर हो जाएंगी।”
उन्होंने डेवलपर्स के लिए लागत बढ़ने के तथ्य को भी रेखांकित किया। उन्होंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए यह भी कहा कि, “आपूर्ति की कमी के अलावा, डेवलपर्स के लिए लागत संरचना में भी जबरदस्त वृद्धि हुई है। पिछले 15 महीनों में धीमी गति से निर्माण और परियोजनाओं की शुरूआत हुई है और इसके परिणामस्वरूप, डेवलपर्स के लिए ओवरहेड लागत में वृद्धि हुई है। सीमेंट और स्टील जैसी सबसे महत्वपूर्ण वस्तुओं सहित कई कच्चे माल की लागत में 25% – 40% की वृद्धि हुई है।”