जिलाधिकारी अवनीश राय की अध्यक्षता में विकास भवन स्थित प्रेरणा सभागार में पीसीएस परीक्षा के आयोजन हेतु बैठक आयोजित की गई।
इटावा विशाल समाचार संवाददाता
बैठक में सर्वप्रथम जिलाधिकारी महोदय ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवं उप जिलाधिकारी सदर को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में अभ्यर्थियों के साथ उनके अभिभावकों के आने-जाने से जनपद में भीड़ भाड़ होने के कारण रेन वसेरों की साफ सफाई अवश्य करा दी जाए ताकि अभ्यर्थियों के अभिभावक वहां पर आराम से रूक सकें एवं रैन बसेरों की सूची रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड एवं शहर के प्रमुख चौराहों पर चस्पा कर दी जाए जिससे उन्हें रैन बसेरे तक आने में आसानी हो। उन्होंने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देशित करते हुए कहा कि केंद्रों के आसपास साइन बोर्ड अवश्य लगाया जाए जिससे परीक्षार्थी को केंद्र को ढूंढने में आसानी हो सके। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि जनपद में कुल 17 सेंटर है लगभग 7000 हजार परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। परीक्षा रविवार 22 दिसंबर को आयोजित की जाएगी जिसमें प्रशासन की तरफ से अपर जिलाधिकारी एवं पुलिस विभाग द्वारा नामित नोडल अधिकारी एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह नामित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र के अंदर कोई भी डिवाइस नहीं होनी चाहिए एवं नकल विहीन परीक्षा संपन्न करायी जाए। उन्होंने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए की केंद्रों का परीक्षा तिथि के एक दिन पूर्व भ्रमण कर लिया जाए जिससे कोई भी समस्या ना हो। उन्होंने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा प्रारंभ होने से 35 मिनट पूर्व प्रश्न पत्रों के गोपनीय पैकेट सीसीटीवी कैमरे एवं वीडियोग्राफी की निगरानी में ही खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा दो पालियों में संपन्न की जाएगी प्रथम पाली प्रातः 9:30 बजे से 11:30 बजे तक एवं द्वितीय पाली 2:30 बजे से 4:30 बजे तक संपन्न होगी । उन्होंने कहा की परीक्षा को सकुशल संपन्न कराए जाने हेतु सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेट नामित किए गए हैं जिससे कि अभ्यर्थी को कोई भी समस्या उत्पन्न ना हो। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेट पुलिस विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करके उनके मोबाइल नंबर अवश्य ले लें जिससे परीक्षा केंद्रों के समय कोई भी परेशानी का सामना न करना पड़े तथा सभी सेंटरों पर सभी के मोबाइल नंबर जमा कर दिए जाएं। बैठक में उन्होंने यह भी निर्देश दिए की सभी परीक्षा केंद्रों की लोकेशन सेंटर के नाम से गूगल ऐप पर शेयर कर दी जाए जिससे छात्र-छात्राओं को आने-जाने में आसानी हो।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सत्यपाल सिंह द्वारा बताया गया कि सभी चौराहों पर पूछताछ केंद्र अवश्य बना दिए जाएं जिससे अभ्यर्थियों को एग्जाम सेंटर तक आने में कोई भी समस्या ना हो तथा सभी सेंटरों पर दो महिला सिपाही व दो पुरुष सिपाही उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी केंद्र पर पुलिसकर्मी लगाए जाएंगे उनका मोबाइल नंबर सभी सेक्टर एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पास होना अनिवार्य है जिससे कोई भी समस्या आने पर एक दूसरे को सूचित कर दिया जाए। उन्होंने बताया गया कि कानून व्यवस्था के संबंध में सभी पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है तथा वह अपनी ड्यूटी निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से करेंगे इसमें कोई भी लापरवाही नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन में मास्टर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा जिससे कोई भी समस्या आने पर संबंधित को अवगत करा दिया जाए। उन्होंने समस्त पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा के समय कोई भी लापरवाही नहीं की जाएगी एवं लापरवाही करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम, एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह ,अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव ,जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी, जिला विकास अधिकारी,समस्त उप जिलाधिकारी सहित समस्त स्टैटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट आदि उपस्थित रहे।