कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड और महिंद्रा कृष-ई ने भारतीय किसानों को ड्रोन छिड़काव सेवा प्रदान करने के लिए की साझेदारी
राष्ट्रीय,: भारत की अग्रणी कृषि-समाधान प्रदाता कंपनी, कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड और महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के कृषि उपकरण (एफईएस) व्यवसाय, कृष-ई ने आज कोरोमंडल की ड्रोन स्प्रे सेवा, ग्रोमोर ड्राइव को देश के किसानों तक पहुंचाने के लिए रणनीतिक साझेदारी करने की घोषणा की।
फिलहाल सात प्रमुख राज्यों- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में परिचालन कर रहे ग्रोमोर ड्राइव का परिचालन आरटीपीओ प्रशिक्षित पायलटों का बेड़ा करता है। कोरोमंडल की ड्रोन सेवा का बाजार में अपना विशिष्ट स्थान है, जिसे ड्रोन आपूर्ति, पायलट प्रशिक्षण और सेवा सहायता के लिए इसकी सहायक कंपनी, दक्षा अनमैन्ड सिस्टम्स से समर्थन प्राप्त है। इस बैकवर्ड इंटीग्रेशन (आपूर्ति श्रृंखला का नियंत्रण) से कोरोमंडल को इस उभरते बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी। यह साझेदारी किसानों की आय को स्थायी रूप से बढ़ाने और कृषि मूल्य श्रृंखला का समर्थन करने के लिए ‘कृष-ई-खेती के लिए ऐप’ सहित महिंद्रा के टेक्नोलॉजी-संचालित कृषि समाधानों तक पहुंच को बढ़ावा देती है।
यह साझेदारी ‘कृष-ई-खेती के लिए ऐप’ के जरिये इन सेवाओं तक पहुंच बढ़ाती है, साथ ही महिंद्रा के एफईएस द्वारा पेश किए गए अन्य प्रौद्योगिकी-संचालित कृषि समाधानों के साथ, जिसका उद्देश्य किसानों की आय को स्थायी रूप से अधिकतम करना है।
इस रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर के बाद, कोरोमंडल का ग्रोमोर ड्राइव और महिंद्रा के कृष-ई केंद्र भारत के सभी राज्यों में किसानों को ड्रोन छिड़काव सेवा उपलब्ध कराने के लिए मिलकर काम करेंगे।
कोरोमंडल के मुख्य परिचालन अधिकारी, उर्वरक व्यवसाय – श्री आमिर अल्वी ने एमओयू पर हस्ताक्षर के मौके पर कहा: “कोरोमंडल का ग्रोमोर ड्राइव किसानों को कृषि पद्धतियों के लिए बेहतर दक्षता, विस्तार की संभावना (स्केलेबिलिटी) और सुविधा प्रदान कर रहा है। कोरोमंडल के ग्रोमोर ड्राइव और महिंद्रा कृष-ई के बीच आज हुआ समझौता किसानों के लिए ड्रोन छिड़काव को सुलभ बनाकर भारत के कृषि परिदृश्य में बदलाव लाने की हमारी यात्रा का महत्वपूर्ण क्षण है। हम चाहते हैं कि इस सहयोग के माध्यम से किसानों की लागत कम हो, उत्पादकता बढ़े और खेती की लाभप्रदता बढ़े। कोरोमंडल की सहायक कंपनी, दक्षा अनमैन्ड सिस्टम्स द्वारा समर्थित ग्रोमोर ड्राइव, प्रमाणित ड्रोन पायलटों के अपने बेड़े के अलावा कंपनी के भीतर विकसित अत्याधुनिक कृषि ड्रोन के अतिरिक्त लाभ की पेशकश करता है। हमें पूरा विश्वास है कि यह गठजोड़ नवोन्मेष के नए अवसर खोलेगा, हमारे हितधारकों के लिए मूल्य का सृजन करेगा और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह किसानों के जीवन पर सकारात्मक और स्थायी प्रभाव डालेगा।”
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के अध्यक्ष – कृषि उपकरण क्षेत्र, श्री हेमंत सिक्का ने इस नए उद्यम और खेती में आधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग पर उत्साह जताते हुए कहा, “हमें खुशी है कि हम देश भर में कृष-ई की उपस्थिति और कोरोमंडल के अनुभवी ग्रोमोर ड्राइव बेड़े के साथ देश के किसानों को ड्रोन का फायदा पहुंचा सकेंगे। ड्रोन टेक्नोलॉजी उत्पादकता बढ़ाने और किसानों के शक्तिशाली रसायनों के संपर्क को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे चुनिंदा तरीके से फसलों पर उर्वरक और रसायन के छिड़काव में मदद मिलती है और इससे उपज बेहतर हो सकती हैं । इस साझेदारी के तहत कृष-ई ग्राहकों को ‘कृष-ई खेती के लिए ऐप’ के माध्यम से प्रति एकड़ भुगतान के आधार पर ड्रोन छिड़काव की सुविधा प्रदान की जाएगी।”