अधिक महिलाओं को निर्माण उद्योग में आना चाहिए :- निरंजन हीरानंदानी की राय
नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल के तहत माही के चेयरपर्सन के रूप में पुणे की स्मिता पाटिल का चयन
पुणे: देश में निर्माण कारोबार की विकास दर अन्य उद्योगों से ज्यादा है. भारत में आज निर्माण क्षेत्र में औसत व्यापार वृद्धि दर 20 प्रतिशत है, भविष्य में यह और बढ़ेगी। नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रसिद्ध बिल्डर निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि अधिक महिलाओं को पुरुष-प्रधान निर्माण उद्योग में प्रवेश करना चाहिए।
राष्ट्रीय रियल एस्टेट विकास परिषद (NAREDCO) की स्थापना की गई है। आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय राष्ट्रीय स्तर पर सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाला सर्वोच्च निकाय है। रियल एस्टेट क्षेत्र में महिला उद्यमियों की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ‘माही’ प्लेटफॉर्म की स्थापना की गई है। हीरानंदानी होटल शेरेटन ग्रांड में ‘नारडेको माही’ द्वारा आयोजित ‘राष्ट्रपति पद ग्रहण समारोह’ में अध्यक्ष पद से बोल रहे थे। इस अवसर पर शेखर सिंह (आयुक्त, पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम), नेरडेको के जी. हरिबाबू, राजन बांदेलकर, केरेथा तिपसे (महाप्रबंधक, कॉसमॉस बैंक) डॉ. विद्या येरवडेकर (कुलपति, सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी), देव गिल (प्रसिद्ध अभिनेता), नवनिर्वाचित अध्यक्ष स्मिता पाटिल, पूर्व अध्यक्ष अनंत रघुवंशी, नारडेको पुणे के अध्यक्ष भरत अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
बोलते हुए निरंजन ने आगे कहा ,हिरानंदांनी ने कहा,रोटी कपड़ा और मकान मनुष्य के मूलभूत सुविधाओं की गरज है।
आज भी लोगों के हक्क के लिए मकान उपलब्ध नहीं हुए इस लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में नरडेको अपने बचन दिया था।आज मुंबई जैसे शहरों के पास कमसे कम 50 प्रतिशत लोग झोपड़ पट्टी में रहते हैं।
उनके जीवन के लिए हमने अगले 10 वर्षों का प्लान तैयार किया है।हम उनको हक्क के घर देने वाले हैं। जिससे मुंबई झोपड़ पट्टी मुक्त होगा।सबको बजट में घर मिलेंगे।
बांधकाम क्षेत्रों में अधिक से अधिक महिलाओं को आगे लाया जायेगा।और उनको प्रशिक्षण भी दिया जायेगा ऐसा वाक्य हिरानंदानी ने कहा है.
कमिश्नर शेखर सिंह ने कहा, निर्माण व्यवसाय में राष्ट्रीय स्तर की दिलचस्पी सिर्फ महिलाओं के लिए अलग विंग शुरू करने तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए, निर्माण क्षेत्र में महिला ठेकेदारों की संख्या काफी है, उनकी समस्याओं के समाधान के प्रयास किए जाने चाहिए, उन्हें उचित मंजूरी दी जानी चाहिए . आज देश की राष्ट्रपति एक महिला हैं, हमारे महाराष्ट्र में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और मुख्य वन संरक्षक जैसे तीनों महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं हैं।
माही की नवनिर्वाचित अध्यक्ष स्मिता पाटिल ने कहा, हम निर्माण व्यवसाय में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने, कामकाजी महिलाओं की समस्याओं को हल करने के लिए काम करने जा रहे हैं, लेकिन हमारा प्रयास पर्यावरण के अनुकूल घरों के निर्माण के लिए होगा।
राजन बांदेलकर ने कहा, निर्माण क्षेत्र पुरुष प्रधान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ का नारा दिया है. चिकित्सा, वित्त और अन्य क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या बड़ी है, लेकिन निर्माण व्यवसाय में यह अपेक्षाकृत कम है। माही की स्थापना चार साल पहले महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए की गई थी, आज एक मराठी महिला को माही का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना खुशी की बात है।
इस अवसर पर नेरडेको के जी. हरिबाबू, अपेक्षिता तिपसे, डॉ. विद्या येरवडेकर, देव गिल, अनंता रघुवंशी, भरत अग्रवाल ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और नारडे माही को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।