गांव छोड़कर शहर जा रहे युवाओं के लिए ‘गांव बुलाता है’; मोशन पोस्टर रिलीज
वर्तमान समय में गांवों से अधिकतर युवा शिक्षा प्राप्त करने और काम करने के लिए शहर आते हैं। परिणामस्वरूप, कई गाँवों में केवल बुजुर्ग लोग ही रहते हैं, और गाँवों में अभी भी किसी भी प्रकार की प्रगति का अभाव है। एक तरफ शहर बढ़ते जा रहे हैं तो दूसरी तरफ गांव वीरान होते जा रहे हैं। इसी गंभीर मुद्दे पर टिप्पणी करती हुई फिल्म ‘गांव बोलाटो’ 7 मार्च को रिलीज हो रही है। फिल्म के मोशन पोस्टर का आज (21) अनावरण किया गया।
यदि गांव का कोई लड़का शिक्षा और रोजगार के उद्देश्य से शहर जाता है तो वह वहीं का हो जाता है। उनका परिवार, माता-पिता उस अविकसित गांव में दिन गुजारते नजर आते हैं। हर माता-पिता चाहते हैं कि बच्चा गांव आकर खेती पर ध्यान दे, लेकिन दूसरी चीजों को प्राथमिकता देने वाली युवा पीढ़ी शहर की चकाचौंध में खो जाती है और गांव के मर्म को नहीं समझ पाती। फिल्म ‘गांव भोलातो’ में मुख्य भूमिका में भूषण प्रधान, माधव अभ्यंकर, गौरी नलावडे, श्रीकांत यादव, किरण शरद ग्रामीण मुद्दों और समस्याओं पर टिप्पणी करते हैं, इसलिए इस फिल्म का सभी को इंतजार है।
संस्कार वाहिनी प्रोडक्शंस और फिल्मिटेरियन मीडिया वर्क्स द्वारा निर्मित, गांव भोलाटो का निर्देशन विनोद माणिकराव द्वारा किया गया है। निर्माता प्रशांत मधुकर नरोडे, शांतनु श्रीकांत भाके हैं, जबकि सह-निर्माता विजुअल बर्ड्स इंस्टीट्यूट एंड स्टूडियो, अमित मालवीय, प्रवीण इंदु, गणेश इंगोले, सुधीर इंगले, तुषार खेरडे, दिनेश राउत हैं। यह फिल्म 7 मार्च से पूरे महाराष्ट्र में रिलीज होगी।