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गणतंत्र दिन : माईर्स एमआईटी डब्ल्यूपीयू और एडीटीयू द्वारा आयोजन

गणतंत्र दिन : माईर्स एमआईटी डब्ल्यूपीयू और एडीटीयू द्वारा आयोजन

७०० से अधिक गायकों द्वारा प्रस्तुत ‘वंदन भारतमाता’ कार्यक्रम

स्व. राज कपूर की जन्म शताब्दी एवं विश्व गानसम्राज्ञी भारतरत्न लता मंगेशकर की स्मृति में एक संगीतमय अभिवादन

 

पुणे,: माईर्स एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी और एमआईटी आर्टस, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के संयुक्त रूप से ‘वंदन भारतमाता’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. यह कार्यक्रम गणतंत्र दिवस यांनि २६ जनवरी की शाम साढ़े चार बजे राजबाग, लोणी कालभोर स्थित संत ज्ञानेश्वर संत तुकाराम महाराज विश्वशांति डोम के प्रांगण में किया जाएगा. इसमें ७०० से अधिक गायकों और संगीतकारों द्वारा संगीतमय श्रद्धांजलि कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा. यह जानकारी एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कार्याध्यक्ष डॉ. राहुल विश्वनाथ कराड और कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस ने एक प्रेस वार्ता में दी.

इस अवसर पर डब्ल्यूपीयू के प्रो वाइस चांसलर डॉ. मिलिंद पांडे, डॉ. संजय उपाध्ये, दूरदर्शन के पूर्व निदेशक डॉ. मुकेश शर्मा, आदिनाथ मंगेशकर और एडीटीयू के कुलसचिव डॉ. महेश चोपडे उपस्थित थे.

कार्यक्रम में वी. शांताराम फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. किरण शांताराम, सुप्रसिद्ध गायक, संगीतज्ञ एवं विचारक पं.हृदयनाथ मंगेशकर, प्रख्यात गायिका उषा मंगेशकर उपस्थित रहेगी. साथ ही विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड, एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राहुल वि. कराड और एडीटीयू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मंगेश तु. कराड उपस्थित रहेंगे.

महान शोमैन और भारतीय सिनेमा के स्वर्ण युग के प्रमुख निर्माता के रूप में जाने जाने वाले स्व. राज कपूर की जन्म शताब्दी का अवसर तथा विश्व गान सम्राज्ञी भारतरत्न लता मंगेशकर की स्मृति में एक श्रद्धांजलि है. यह एक विशेष कार्यक्रम है जो संगीत साधना के माध्यम से ईश्वर दर्शन और शांति का अनुभव प्रदान करता है.

कार्यक्रम की शुरूआत प्राचीन वाद्य पखावज से होगी, जिसे भारतीय संगीत का शिखर माना जाता है. फिल्म उद्योग के कुछ सर्वाधिक लोकप्रिय गीतों के साथ साथ तबला, वायलिन, बांसुरी आदि वाद्यों का एकल प्रदर्शन भी किया जाएगा. सिंथेसाइजर और गिटार जैसे आधुनिक वाद्य यंत्रों के संयोजन के साथ साथ भारत माता को श्रद्धांजलि देने वाले गीत श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देंगे. कार्यक्रम का समापन सामूहिक पसायदान गायन के साथ होगा, जिसमें वारकरी संप्रदाय के कुछ भजन शामिल होंगे, जो एमआईटी संस्थान की आस्था और भक्ति है.

कार्यक्रम की अवधारणा और संरचना एमआईटी डब्ल्यूपीयू के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड की है. दिलचस्प बात यह है कि भारतरत्न लता मंगेशकर एमआईटी में विश्व शांति संगीत कला अकादमी की अध्यक्ष थी, इसलिए कार्यक्रम का विशेष महत्व है.

भारतीय गणराज्य की स्थापना, एक ऐसी घटना जिसने भारत की अपनी संप्रभुता और लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था और विश्वास को मजबूत किया. ७५ वर्ष पहले २६ जनवरी १९५० को हुई थी. इस वर्ष का आयोजन संप्रभु भारत गणराज्य के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए किया गया है. संयोगवश, दिसंबर २०२४ में दिवंगत राज कपूर की १०० वीं जयंती और स्वर साम्राज्ञी भारत रत्न लता मंगेशकर की दूसरी पुण्यतिथि ६ फरवरी को है, इसलिए उन्हें भी इस कार्यक्रम के माध्यम से संगीतमय श्रद्धांजलि दी जाएगी.

सभी इच्छुक दर्शकों के लिए यह कार्यक्रम निःशुल्क रखा गया है. कार्यक्रम की टिकट डब्ल्यूपीयू और एडीटीयू के सुरक्षा विभाग में उपलब्ध है. माईर्स एमआईटी शिक्षा समूह ने अधिक से अधिक नागरिकों से कार्यक्रम में भाग लेने और इसकी सुन्दरता बढाने की अपील की है.

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