खुलकर मेरे खिलाफ हो गए थे अखिलेश यादव, इसीलिए छोड़ी सपा – जब छलक पड़ा था शिवपाल यादव का दर्द, खोले थे मुलायम परिवार के कई राज
लोकसभा चुनाव 2019 में एक न्यूज़ चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग होने के लिए बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने परिवार के झगड़े और अखिलेश से हुई नाराजगी के बारे में भी बताया था।
लोकसभा चुनाव 2019 में एक न्यूज़ चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग होने के लिए बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने परिवार के झगड़े और अखिलेश से हुई नाराजगी के बारे में भी बताया था।
लोकसभा चुनाव 2019 में एक न्यूज़ चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग होने के लिए बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने परिवार के झगड़े और अखिलेश से हुई नाराजगी के बारे में भी बताया था। इंटरव्यू के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव में मेरा खुला विरोध कर रहे थे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि पारिवारिक झगड़े भी समाजवादी पार्टी से अलग का कारण बने थे।
इंडिया टुडे के डिजिटल चैनल द लल्लनटॉप पर शिवपाल यादव ने लोकसभा चुनाव में एक इंटरव्यू के दौरान समाजवादी पार्टी से अलग होने के कई कारण बताए थे। उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव 2017 के बाद कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी कि मुझे समाजवादी पार्टी से अलग होना पड़ा। सपा पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर साहब और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेरा खुलेआम विरोध किया था। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए शिवपाल यादव ने कहा था कि जब परिवार में इस तरह के मामले होंगे तब तो विवाद हो ही जाता है।
उनके इस बात पर रिपोर्टर ने सवाल पूछा कि क्या सपा से अलग होने का मुख्य कारण यही था कि अखिलेश यादव ने आप का खुलेआम विरोध किया था? उन्होंने बताया कि, ‘विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री पद के नाम पर जब मोहर लग रही थी तो रामगोपाल ने अखिलेश का नाम रखा था जबकि मैं नेता जी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाना चाहता था।’ उन्होंने कहा कि बाद में मुझे मंत्री पद से भी बर्खास्त कर दिया गया था और यहीं से खटास की शुरुआत शुरू हो गई थी।
रिपोर्टर ने उनसे सवाल पूछा कि मुलायम सिंह यादव किसके साथ है? आपके भी कार्यक्रम में वह आते हैं अखिलेश यादव के कार्यक्रम में भी जाते हैं, आखिर मुलायम का आशीर्वाद किसके साथ है? इस सवाल का जवाब देते हुए शिवपाल यादव ने कहा था कि नेताजी का हम बहुत सम्मान करते हैं और मरते दम तक करेंगे। हमने जितने भी सेवा की है नेताजी की नेता जी को पता है। वह बेटे हैं इसलिए नेताजी उनको भी प्यार करते हैं। लेकिन बेटे से कम प्यार हमको नहीं करते हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे है और हम उनका समर्थन भी करेंगे। इस पर उनसे सवाल पूछा गया कि साइकिल से ही लड़ाई है लेकिन शिवपाल यादव का वोट साइकिल को ही जाने वाला है। इसका जवाब देते हुए कहा था कि मेरा वोट नेताजी को जाने वाला है।
बात दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में साल भर का वक्त बचा हुआ है। सभी पार्टियां छोटी पार्टियों से गठजोड़ करने में लगी हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा है कि वह विधानसभा चुनाव में बड़ी पार्टियों के बजाय छोटी पार्टियों से गठबंधन करेंगे। अपने चाचा शिवपाल यादव की पार्टी से गठबंधन करेंगे या नहीं यह तो आने वाले समय में पता चलेगा।