समिति के सदस्य सोनोग्राफी केन्द्रों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन दें – कलेक्टर
कन्या शिशु का जन्म सुनिश्चित करने के लिये प्रो-एक्टिव होकर कार्य करें – कलेक्टर
रीवा (मध्य प्रदेश):कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के तहत गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि रीवा जिले का लिंगानुपात 938 है। गत वर्ष इसमें थोड़ी सी वृद्धि हुई है। लेकिन हम सबको गर्भ में आयी प्रत्येक कन्या शिशु का जन्म सुनिश्चित करना है। इसके लिये जिला स्तरीय सलाहकार समिति के सदस्य प्रो-एक्टिव होकर कार्य करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एक्ट के प्रावधानों के साथ समिति के सभी सदस्यों को जिले के सभी सोनोग्राफी केन्द्रों की सूची उपलब्ध करायें। इन केन्द्रों का निरीक्षण करके समिति के सदस्य प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। समिति की 6 अगस्त को आयोजित बैठक में इनकी समीक्षा की जायेगी।
कलेक्टर ने कहा कि पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट का मूल उद्देश्य गर्भस्थ शिशु के लिंग निर्धारण परीक्षण तथा अवैध गर्भ समापन पर कठोरता से रोक लगाना है। इसे ध्यान में रखते हुए समिति सघन निगरानी का कार्य करे। इसके साथ-साथ लोगों को जागरूक करने का भी प्रयास करे। बेटियां हर क्षेत्र में बेटी के समान ही सफलतायें अर्जित कर रही हैं। इसलिये गर्भ में आने वाली हर कन्या शिशु का जन्म आवश्यक है। यदि कोई व्यक्ति अथवा डॉक्टर गर्भस्थ शिशु का लिंग निर्धारण परीक्षण का प्रयास करता है तो कठोर कारावास का प्रावधान है। इस संबंध में सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। रीवा जिले में इस संबंध में दो प्रकरण दर्ज किये गये हैं। इनमें सूचना देने वाले को प्रोत्साहन राशि देने के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तत्काल राशि की मांग करें। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित डीपीओ को इन प्रकरणों में न्यायालय में उचित पैरवी करके दोषियों को दण्डित कराने के प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय को लिंगानुपात के आंकड़ों सहित वस्तुस्थिति से अवगत करायें जिससे अपराधियों को दण्डित किया जा सके।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास कलेक्ट्रेट कार्यालय, जिले के प्रमुख अस्पतालों तथा विभाग के प्रमुख कार्यालयों में गुड्डा-गुडि़या बोर्ड लगवायें जिसमें देश, प्रदेश, जिला तथा विकासखण्ड स्तर पर लिंगानुपात को दर्शायें। बैठक में हस्ताक्षर अभियान, शपथ तथा अन्य माध्यमों से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश आम जनता तक पहुंचाने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सोनोग्राफी केन्द्रों के निरीक्षण के समय समिति के साथ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। सभी थाना प्रभारियों तथा महिला पुलिस अधिकारियों को पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
बैठक में सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल, मेडिकल कालेज में अल्ट्रासाउण्ड मशीनों के नवीन पंजीयन को मंजूरी दी गई। बैठक में 6 निजी अस्पतालों तथा सोनोग्राफी सेंटरों में भी नई सोनोग्राफी मशीनों के क्रय का अनुमोदन किया गया। बैठक में संयुक्त कलेक्टर एके झा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएल गुप्ता, उप संचालक स्वास्थ्य डॉ. एनपी पाठक, डीपीओ सुशील शुक्ला, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा मिश्रा, डॉ. किरण त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, समाजसेवी डॉ. मुकेश येंगल तथा बाल कल्याण समिति के सदस्य विक्रांत दुबे उपस्थित रहे।