महाराष्ट्र में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से अब तक करीब 112 लोगों की मौत हो चुकी है, जब 99 अब भी लापता हैं। राहत और पुनर्वास विभाग विभाग ने शनिवार रात को यह जानकारी देते हुए कहा कि मलबे से लोगों को निकालने का काम लगातार जारी है। राज्य सरकार के आकंड़ों के मुताबिक, अब तक करीब 1 लाख 35 हजार लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है।
राहत और पुनर्वास विभाग ने कहा, ”24 जुलाई रात 9:30 बजे तक 1.35 लाख लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है। 112 लोगों की जान जा चुकी है तो 3221 पशुओं की भी मौत हो चुकी है। 53 लोग घायल हुए हैं तो 99 अब भी लापता हैं।” सांगली और रायगढ़ जैसे जिलों में बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। सांगली जिले में कई इलाके पूरी तरह डूब चुके हैं। सड़कें और खेत सब जगह सिर्फ पानी ही पानी है। स्थानीय लोग हालात पर नजर रख रहे हैं और जलस्तर बढ़ने पर लोगों को अलर्ट करते हैं।
स्थानीय युवक सुमित ने कहा, ”स्थिति ठीक नहीं है। पानी अब समडोली की तरफ घट रहा है। कई कार भी फंसे हुए हैं।” जलस्तर पर नजर रख रहे एक अन्य ग्रामीण प्रमोद ने कहा, ”हम यहां बैठकर नजर रख रहे हैं कि बाढ़ का पानी समडोली में ना घुसे। यदि पानी बढ़ जाता है तो हमारा डेली रूट बंद हो जाएगा।” सांगली जिले के कई इलाके पानी में डूबने की वजह से आसपास के गांवों के लोग समडोली में शरण लिए हुए हैं।
इससे पहले शनिवार को एनडीआरएफ ने कहा कि महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़ और सतारा जैसे जिलों में लापता लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर की जा रही है। एनडीआरएफ ने बताया कि 26 टीमें मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी, पालघर, रायगढ, सांगली, सिंधुदुर्ग नगर और कोल्हापुर में बचाव कार्य में जुटी है। कोलकाता और वडोदरा से 8 और टीमों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।