
बहुजनों, छत्रपति का अपमान करने वाली प्रवृत्तियों के खिलाफ एकजुट हों!:-बसपा प्रदेश महासचिव डॉ. हुलगेश चलवादी की अपील:
पुणे: बहुजनों के संरक्षक, शौर्य, पराक्रम और स्वाभिमान के प्रतीक, हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाली प्रवृत्तियों को रोकने के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है। छत्रपति-फुले-शाहू-आंबेडकर के प्रगतिशील महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के बारे में अपशब्द कहने का दुस्साहस आखिर किसे और कैसे हो जाता है? यह सवाल बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव और पश्चिम महाराष्ट्र के मुख्य प्रभारी डॉ. हुलगेश चलवादी ने शनिवार (दिनांक 1) को उठाया। समाजविरोधी विचारों को मंत्रियों से मिलने वाला ‘राजनीतिक संरक्षण’ इसकी वजह तो नहीं? इस पर विचार करने का समय अब राज्य सरकार के पास आ गया है। महाराज के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाला तथाकथित प्रशांत कोरटकर नामक व्यक्ति अभी भी फरार है, यह गृह विभाग की विफलता है। राज्य के बड़े पुलिस अधिकारियों से उसके संबंधों का उसे लाभ मिल रहा है क्या? इसकी जांच की आवश्यकता है, ऐसा भी डॉ. चलवादी ने कहा।
वैचारिक लड़ाई को विचारों से ही लड़ा जाता है, धमकी देकर या मारपीट करके नहीं। हर व्यक्ति को संविधान द्वारा अपने विचारों को समाज में प्रस्तुत करने का अधिकार दिया गया है। लेकिन कोई भी इस अधिकार का दुरुपयोग कर समाज में विद्वेष फैलाए, ऐसा नहीं हो सकता। महाराज और उनके बहुजन हितकारी विचारों का विरोध करने वाली प्रवृत्तियों और मानसिकताओं पर समय रहते अंकुश लगाने की जरूरत है। बहुजन एकता से ही यह संभव है। एकजुट होकर ऐसे ‘राजनीतिक व्यवसायियों’ को सबक सिखाने की आवश्यकता है। राज्य सरकार को भी ऐसे लोगों पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसा मत डॉ. चलवादी ने व्यक्त किया।
राज्य की सांस्कृतिक राजधानी में गुंडागर्दी का आतंक
केंद्र में स्थित बस स्टैंड पर युवती से बलात्कार, कोयता गैंग का आतंक, चैन स्नैचिंग, असुरक्षित महिलाएं, मारपीट, चोरी-डकैती, हत्या जैसे अपराधों से राज्य की सांस्कृतिक राजधानी दहल गई है। पुणे में गुंडागर्दी अपने चरम पर है, जबकि गृह विभाग चुप है। शिक्षा का केंद्र कहे जाने वाले इस शहर की यह स्थिति बदलने के लिए अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को स्वयं ध्यान देने की जरूरत है, ऐसी अपील डॉ. चलवादी ने की है। सुसंस्कृत शहर के रूप में पहचाने जाने वाले पुणे को प्रशासनिक लापरवाही के दुष्परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं। असामाजिक तत्वों और अपराधियों की पहचान कर पुलिस को उन्हें तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए और शहर को अपराधमुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ऐसा डॉ. चलवादी ने कहा।