आगराहादसा

कोई फोन चला रहा था तो कोई गहरी नींद में था, अचानक हुआ तेज धमाका, और…’; घायल यात्रियों ने सुनाई आपबीती

कोई फोन चला रहा था तो कोई गहरी नींद में था, अचानक हुआ तेज धमाका, और…’; घायल यात्रियों ने सुनाई आपबीती

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे के बाद यात्रियों ने आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि बस की रफ्तार तेज थी। रफ्तार तेज होने से चालक बस पर नियंत्रण नहीं रख पाया। ट्रक वाले और अन्य लोगों ने घायलों को बाहर निकालने में मदद की।

 

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में गुजरात और मुंबई के यात्री ज्यादा थे। यात्रियों ने बताया चालक गाड़ी बहुत तेज चला रहा था, जबकि आगे चल रहा ट्रक धीमा था। हादसे के वक्त ज्यादातर यात्री नींद में थे और टक्कर लगने के बाद एक-दूसरे पर गिरने लगे तो चीख पुकार मच गई।

 

मुंबई के यात्री देवीदास पुत्र मंगल सिंह ने बताया के पत्नी व बहन-बहनोई के साथ काशी विश्वनाथ से जयपुर जा रहे थे। ज्यादातर लोग सो रहे थे। मैं मोबाइल देख रहा था। बस की रफ्तार अधिक थी, आगे स्लो ट्रक चल रहा था। रफ्तार अधिक होने के कारण चालक बस पर नियंत्रण नहीं कर पाया।

 

अचानक तेज धमाका हुआ। इससे पहले मैं कुछ समझ पाता बस में बैठे लोगों में चीख पुकार मच गई और एक युवक मेरे पास आकर गिरा, हमने उसे उठाया। गांववालों ने काफी मदद की।

 

बस में बैठी मीरा रोड मुंबई की सोनिया शर्मा ने बताया कि मां नीलू के साथ वाराणसी गए थे। अचानक तेज धमाका हुआ और कई लोग स्लीपर व सीटों से छिटक कर बस के फर्श पर एक दूसरे के ऊपर गिर गए और चीख पुकार मच गई। मदद के लिए आए लोगों ने शीशे व इमरजेंसी गेट तोड़कर बाहर निकाला।

 

ट्रक चालक अजहरुद्दीन निवासी अजमेर ने बताया कि ट्रक की गति धीमी थी। बस पीछे से घुस गई। तभी मैंने अपने ट्रक को आगे साइड में लगाया और लोगों को बाहर निकलना चाहा, लेकिन बस में बैठे लोग नहीं निकल पाए। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से घायलों को निकाला जा सका।

 

ट्रक चालक नंदकिशोर निवासी अजमेर ने बताया कि मैं भी पीछे से अपना ट्रक लेकर आ रहा था, बस में बैठे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे। तभी मैंने अपना ट्रक साइड में खड़ा कर दिया और घायलों को बाहर निकला

 

ट्रक चालक नंदकिशोर निवासी अजमेर ने बताया कि मैं भी पीछे से अपना ट्रक लेकर आ रहा था, बस में बैठे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे। तभी मैंने अपना ट्रक साइड में खड़ा कर दिया और घायलों को बाहर निकला

 

मददगारों में रामबाबू (निवासी उझावली, फतेहाबाद) ने बताया कि एक्सप्रेस-वे की पुलिया के नीचे हनुमान के मंदिर पर बैठा था। तेज धमाके की आवाज सुनाई दी तो एक्सप्रेस-वे की तरफ दौड़ लगा दी। रामभरत निवासी उझावली फतेहाबाद ने बताया कि वह फूल लेकर मंडी में बेचने के लिए फिरोजाबाद जा रहा था तो एक्सप्रेस-वे पर बाइक छोड़कर मौके पर पहुंचा और घायलों को निकालने में मदद की।

एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस ट्रक में घुसी, चार की मौत

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर शनिवार सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। नगला लोहिया कट के पास वाराणसी से जयपुर जा रही स्लीपर बस ओवरटेक करते वक्त बालू से भरे ट्रक में पीछे से घुस गई। हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 29 गंभीर घायल हुए। यात्रियों में चीख पुकार मच गई। पुलिस ने घायलों को अस्पतालों में भेजा। कुछ लोग हादसे के पीछे बस चालक को झपकी आना बता रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, बालाजी ट्रैवल्स, जयपुर की स्लीपर बस 60 से ज्यादा सवारियों को लेकर जयपुर जा रही थी। सुबह करीब 5:30 बजे एक्सप्रेस-वे पर फतेहाबाद क्षेत्र में नगला लोहिया कट के पास किलोमीटर 27 के पास हादसा हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। तेज धमाके के बीच सवारियां एक-दूसरे पर गिर पड़ीं और चीख पुकार मच गई।

 

अगले केबिन में बैठे चार लोग फंस गए। आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने घायलों को शीशे और इमरजेंसी गेट तोड़कर बाहर निकाला। यूपीडा और पुलिस भी पहुंच गई। घायलों को सामुदायिक केंद्र भेजा गया। केबिन में फंसे लोगों को क्रेन की मदद से पुलिस ने बमुश्किल निकाला।

तब तक किशोरपुरा, लोहामंडी के दीपक (40) पुत्र संतोष, गोविंद (68) पुत्र भंवरलाल निवासी चौपासनी रोड, महावीर नगर जोधपुर, रमेश (45) पुत्र रामलाल निवासी गली नं दो माताजी मंदिर गजानंद कॉलोनी सुथला जोधपुर और बबलू (40) पुत्र भगवानदास निवासी पथोरिया तहसील चुनार, जमालपुर, मिर्जापुर की मौत हो गई। चालक बस छोड़कर भाग गया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि ट्रक ओवरटेक करते समय बस ट्रक से टकराई गई थी। चालक को झपकी लगने की बात भी कही जा रही है। जांच की जा रही है.

 

 

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