
भाजपा जिलाध्यक्षों की सूची पर सस्पेंस खत्म! 80 नाम होंगे घोषित, कब होगा एलान?
भाजपा की जिलाध्यक्षों की पहली सूची होली के बाद आएगी जिसमें 75-80 नाम शामिल होंगे। संगठनात्मक रूप से 98 जिलों में नियुक्ति प्रक्रिया जारी है लेकिन आंतरिक खींचतान और सामाजिक संतुलन के कारण सूची में देरी हो रही है । केंद्रीय नेतृत्व ने पिछली सूची में महिलाओं और वंचितों की भागीदारी कम होने पर उसे वापस कर दिया था ।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : भाजपा जिलाध्यक्षों की पहली सूची होली के बाद आएगी। पहले चरण में 75 से 80 जिलाध्यक्ष घोषित किए जाएंगे। संबंधित सूची केंद्रीय नेतृत्व के पास भेज दी गई है। शेष जिलाध्यक्षों की घोषणा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद आएगी।
भाजपा के संगठनात्मक दृष्टि से 98 जिलों के जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। यूं तो जिलाध्यक्षों की घोषणा 30 दिसंबर तक होनी थी लेकिन अभी तक सूची जारी नहीं हो सकी है। चर्चा है कि आपसी खींचतान व सामाजिक समीकरण ठीक से न बैठने से कई जिलों में अध्यक्ष को लेकर आम सहमति नहीं बन पा रही है।
15 दिन पहले 70 जिलाध्यक्षों की सूची को केंद्रीय नेतृत्व ने इसलिए वापस कर दिया था कि उसमें महिलाओं व वंचितों की कम भागीदारी थी। 50 प्रतिशत से अधिक पिछड़ों की आबादी को देखते हुए उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए थे। अब नए सिरे से तय किए गए जिलाध्यक्षों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई है।
प्रदेश चुनाव अधिकारी डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने बताया कि जल्द ही सूची जारी कर दी जाएगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चाैधरी ने बताया कि 75 से 80 जिलाध्यक्षों की केंद्र को भेजी गई सूची की घोषणा होली के बाद कर दी जाएगी। फिर प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद शेष जिलाध्यक्ष भी घोषित कर दिए जाएंगे।
फतेहपुर जिलाध्यक्ष मामले की 25 दिन बाद भी नहीं आई जांच रिपोर्ट
फतेहपुर के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल पर पार्टी में पद दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये लेने के आरोप लगे थे। उन्हें पार्टी ने 15 फरवरी को कारण बताओ नोटिस देते हुए एक सप्ताह में जवाब देने के लिए कहा था। जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन भी किया गया था, लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ल ने बताया कि जांच समिति ने अभी रिपोर्ट नहीं दी है। रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी ।