
सिंचाई परियोजनाओं में वन भूमि तथा भू अर्जन के प्रकरण शीघ्र निराकृत करें – कमिश्नर
विशाल समाचार संवाददाता रीवा
रीवा . कमिश्नर बीएस जामोद ने कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में संभाग की सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि खेती की उन्नति के लिए सिंचाई सुविधाओं का विस्तार आवश्यक है। बाणसागर बांध की नहरों से संभाग के सभी जिलों में सिंचाई के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि हुई है। सिंचाई परियोजनाओं से जुड़े निर्माण कार्यों की सतत मॉनीटरिंग करें। निर्माण कार्यों में वन भूमि से संबंधित प्रकरणों को समन्वय के साथ निराकृत कराकर तेजी से निर्माण कार्य कराएं। सिंचाई परियोजनाओं से जुड़े भू अर्जन के प्रकरणों की कलेक्टर हर सप्ताह समीक्षा करें। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार भू अर्जन की कार्यवाही समय पर पूरी करें जिससे निर्माण कार्य समय सीमा में पूरा हो सके। भू अर्जन के बाद खसरे और नक्शे में सुधार कर विभाग का नाम अनिवार्य रूप से दर्ज कराएं। बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर तथा एसडीएम शामिल रहे।
कमिश्नर ने कहा कि प्रस्तावित हनुमना उद्वहन सिंचाई परियोजना के प्रस्तावित निर्माण स्थल में दो हजार हेक्टेयर सोन घड़ियाल अभ्यारण्य की जमीन शामिल है। इसकी पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति प्राप्त कर परियोजना का कार्य शुरू कराएं। कलेक्टर रीवा और कलेक्टर सीधी वन भूमि के बदले राजस्व भूमि वन विभाग को देने के लिए 177 हेक्टेयर भूमि का चिन्हांकन कराएं। जल संसाधन विभाग के अधिकारी संबंधित जिलों के कलेक्टर से संपर्क कर वन विभाग को जमीन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया पूरी कराएं। कलेक्टर मैहर घुनवारा बांध तथा शारदा सागर बांध के लिए जमीनों के अधिग्रहण की कार्यवाही एक माह में पूरा कराएं। सीधी जिले में बहरी नहर विस्तार योजना के लिए दो गांवों में भू अर्जन के कारण मुख्य नहर निर्माण में बाधा आ रही है। कलेक्टर सीधी दो माह में भू अर्जन की कार्यवाही पूरी करके निर्माण कार्य पुन: शुरू कराएं।
कमिश्नर ने कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी भू अर्जन के प्रस्ताव तैयार करने के साथ ही पर्याप्त राशि राजस्व विभाग को उपलब्ध कराएं। अवार्ड पारित होने के समय यदि भू अर्जन की राशि उपलब्ध नहीं हुई तो अवार्ड निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी। सतना जिले के दौरी सागर बांध में भू अर्जन के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं। बैठक में कमिश्नर ने सीधी और सिंगरौली जिले की गोड़ सिंचाई परियोजना, त्योंथर फ्लो नहर परियोजना, बहुती नहर परियोजना, सतना जिले के मझगवां तथा पटनाखुर्द में शाखा निर्माण नहर परियोजना में भू अर्जन के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि जल संसाधन विभाग तथा जल जीवन मिशन मैहर जिले के न्यू रामनगर, अमरपाटन तथा मैहर नगर परिषदों में पेयजल आपूर्ति के लिए नगरीय निकायों को पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। इन निकायों में गर्मियों में पेयजल आपूर्ति में कठिनाई होती है।
बैठक में मुख्य अभियंता जल संसाधन एके डेहरिया ने संभाग की सिंचाई परियोजनाओं की बिन्दुवार जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की निर्माण एजेंसी कई स्थानों पर नहरों के किनारों को क्षतिग्रस्त करके पाइपलाइन बिछा रही है। नहर के किनारों से निर्धारित दूरी पर ही पाइप लाइन बिछाएं। बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन की बाणसागर-2 परियोजना का कार्य दिसम्बर तक पूरा होने के बाद अमरपाटन, न्यू रामनगर और मैहर को पर्याप्त पानी की आपूर्ति होगी। बैठक में कार्यपालन यंत्री मनोज द्विवेदी, कार्यपालन यंत्री आरके सिंह, सभी जिलों के कार्यपालन यंत्री तथा सहायक यंत्री, कार्यपालन यंत्री पीएचई ईएण्डएम डीएल कनेल, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन आरएस मंडलोई तथा जल जीवन मिशन के अधिकारी उपस्थित रहे।