सुकन्या समृद्धि योजना से बेटियों को मिल रही आर्थिक सुरक्षा
रीवा (वि.स.प्रतिनिधी):
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नारी सशक्तिकरण के लिये बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया है। इस योजना के उद्देश्यों को पूरा करने के लिये भारतीय डाक विभाग द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत नवजात से लेकर 10 साल तक की बेटियों के बचत खाते पोस्ट ऑफिस में खोले जाते हैं। केवल 250 रूपये जमा करके खाते खोले जा सकते हैं। इस खाते में एक साल में कम से कम 250 रूपये तथा अधिकतम एक लाख 50 हजार रूपये की राशि जमा की जा सकती है। इस खाते में जमा राशि पर 7.6 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। इस योजना में जमा राशि पर बेटी के माता-पिता को आयकर में भी छूट का लाभ दिया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना से बेटियों को आर्थिक सुरक्षा का लाभ मिल रहा है।
इस संबंध में अधीक्षक डाकघर आरएस चौहान ने बताया कि रीवा जिले में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की विशेष पहल पर 10 साल तक की हर बेटी को सुकन्या समृद्धि योजना से लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास के सहयोग से जिले में 15 अगस्त तक 85 हजार बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र स्तर पर इसके लिये प्रयास किया जा रहा है। डाक अधीक्षक ने बताया कि सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिये बेटी के जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक के फोटो पहचान पत्र अथवा आधार कार्ड तथा पते के प्रमाणीकरण के लिये दस्तावेज आवश्यक है। खाते के लिये आवेदन पत्र डाकघर अथवा महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालयों में जमा किये जा सकते हैं। खाता खुलने की तिथि से 21 वर्ष की अवधि पूरा होने पर खाता मैच्योर होगा। यदि खाताधारक बेटी 18 वर्ष की आयु पूरा करने के बाद विवाह कर लेती है तो भी खाता परिपक्व हो जायेगा। सुकन्या समृद्धि खाते में यदि हर माह 500 रूपये जमा किये जाते हैं तो ब्याज सहित खाता परिपक्व होने पर दो लाख 55 हजार 190 रूपये प्राप्त होंगे। इसी तरह यदि हर माह एक हजार रूपये की राशि जमा की जाती है तो परिपक्व होने पर 5 लाख 10 हजार 373 रूपये की राशि प्राप्त होगी। डाक अधीक्षक ने आमजनता से 10 साल तक की बेटियों के खाते सुकन्या समृद्धि योजना में खुलवाने की अपील की है।