
जल गंगा संवर्धन अभियान को जन-जन का अभियान बनाएं – कलेक्टर
जल गंगा संवर्धन अभियान में 1472 खेत तालाबों का होगा निर्माण – सीईओ
विशाल समाचार संवाददाता रीवा
रीवा : कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने जल गंगा संवर्धन अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि 30 मार्च से 30 जून तक जिले भर में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जाएगा। सभी संबंधित विभाग दो दिवस में अभियान की कार्ययोजना बनाकर जल संरक्षण के कार्य प्राथमिकता से कराएं। पानी जीवन का आधार है। पानी का विवेकपूर्वक उपयोग और वर्षा जल का संरक्षण समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सामाजिक संगठनों को भी सहभागी बनाएं। जल गंगा संवर्धन अभियान को जन-जन का अभियान बनाएं।
कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम अपने अनुभाग में अभियान का नेतृत्व करेंगे। मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता के इस अभियान की तैयारी के लिए क्लस्टर लेबल पर बैठक आयोजित कर प्रत्येक गांव के लिए जल संरक्षण की कार्ययोजना तैयार कराएं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल संरक्षण का कम से कम एक कार्य अनिवार्य रूप से कराएं। सभी नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में 30 मार्च को समारोह पूर्वक अभियान का शुभारंभ करें। जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमृत सरोवर, खेत तालाब निर्माण, हैण्डपंपों में सोकपिट बनाने तथा पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के कार्य अभियान के दौरान कराएं। अभियान की प्रत्येक गतिविधि का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। जल संरक्षण कार्यों, श्रमदान, जल संवाद तथा जन जागरूकता के कार्यक्रमों के अच्छे फोटोग्राफ्स और वीडियो जनसम्पर्क विभाग को उपलब्ध कराएं। साथ ही अभियान की वेबसाइट में अपलोड करें।
कलेक्टर ने कहा कि कार्यपालन यंत्री पीएचई अभियान के दौरान नलजल योजनाओं की पाइपलाइन में सुधार तथा सभी हैण्डपंपों में सोकपिट बनाने का कार्य ग्रामीण विकास विभाग एवं नगरीय निकायों के सहयोग से कराएं। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन सभी नहरों को खसरे में दर्ज कराएं। नहरों की साफ-सफाई तथा सुधार के कार्य भी अभियान के दौरान करें। जिला शिक्षा अधिकारी नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने पर स्कूलों में जल संरक्षण के संबंध में जागरूकता के लिए निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित कराएं। साथ ही पानी की टंकियों की साफ-सफाई भी कराएं। क्षेत्रीय संचालक औद्योगिक विकास निगम चोरहटा औद्योगिक केन्द्र में औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले पानी का ट्रीटमेंट कराकर उसे शुद्ध करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित कराएं। आयुक्त नगर निगम शहर के सभी हैण्डपंपों में स्थान उपलब्ध होने पर सोकपिट का निर्माण कराएं। शहर में निर्माणाधीन तीन एसटीपी का निर्माण कार्य एक माह में पूरा कराकर सभी आसपास के नालों का पानी इनसे उपचारित कराएं। अभियान के दौरान नगर निगम तथा सभी नगरीय निकायों में भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करें। शहरी क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय करें।
कलेक्टर ने कहा कि वन मण्डलाधिकारी वृक्षारोपण के साथ-साथ वन क्षेत्र के नालों में नाला बंधान, चेकडैम, स्टॉपडैम तथा छोटे तालाबों का निर्माण कराएं। संभागीय समन्वयक जन अभियान परिषद जल संवाद के आयोजन के साथ जल संरक्षण के लिए श्रमदान कराएं। साथ ही जिले की एक नदी में सफाई का अभियान चलाएं। उप संचालक कृषि और उद्यानिकी जिले भर में किसान संगोष्ठी आयोजित कर किसानों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करें। किसानों को ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई के अधिक से अधिक उपयोग के लिए प्रेरित करें। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मेहताब सिंह गुर्जर ने जल गंगा संवर्धन अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि अभियान के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल संरक्षण का कम से कम एक कार्य अनिवार्य रूप से होगा। अभियान के दौरान एक 1472 खेत तालाब तथा 27 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया जाएगा। जल संरक्षण के सभी कार्यों की पूरी जानकारी पोर्टल पर आनलाइन दर्ज की जाएगी। सभी अधिकारी जल संरक्षण की कार्ययोजना तथा प्रत्येक सप्ताह कार्यों का विवरण जिला पंचायत को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं। बैठक में संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर पीयूष भट्ट, एसडीएम गुढ़ अनुराग तिवारी, एसडीएम मनगवां पीएस त्रिपाठी, एसडीएम त्योंथर संजय जैन, एसडीएम सिरमौर आरके सिन्हा, परियोजना अधिकारी मनरेगा शिव सोनी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।