
इलेक्ट्रिक कारें, नए युग का भविष्य नारायण जाधव के विचारः
एमआईटी डब्ल्यूपीयू में ‘ई-मोबिलिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ का उद्घाटन
पुणे: नए दौर में आईसी इंजन के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारें भी तेजी से बढ रही है. भविष्य में इलेक्ट्रिक कारों मेंं हाइब्रिड वाहन, इलेक्ट्रिक कार और हाइड्रोजन कार जैसे कई विकल्प उपलब्ध होंगे, जल्द ही यह सेक्टर बहुत बडी दूरी तय करेगा. इन सभी उद्योगों की मदद के लिए यह केंद्र बहुत महत्वपूर्ण होगा. यह विचार टाटा मोटर्स के वरिष्ठ महाप्रबंधक नारायण जाधव ने व्यक्त किये.
एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा नए से शुरू किए गए ई-मोबिलिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन टाटा मोटर्स के वरिष्ठ महाप्रबंधक नारायण जाधव, माईर्स एमआईटी के संस्थापक ट्रस्टी एवं पेट्रॉन प्रा. प्रकाश जोशी और एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस ने किया. इस मौके पर जाधव बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.
इस अवसर पर डॉ. पारूल जाधव, डॉ. साकेत येवलेकर, डॉ. कृष्णाप्रसाद गुनाले, डॉ. पंकज धात्रक और प्रो. हेरंब फडके उपस्थित थे.
माईर्स के संस्थापक ट्रस्टी प्रो. प्रकाश जोशी के मार्गदर्शन में और गुजरात के गांधीनगर में अंतर्राष्ट्रीय ऑटोमोबाइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सहयोग से एमआईटी डब्ल्यूपीयू में एक ई-मोबिलिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है. यह केंद्र विद्युत गतिशीलता में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के अध्ययन के लिए समर्पित है. यह पाठ्यक्रम महाराष्ट्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों, उदयोग पेशेवरों और प्रोफेसरों के लिए भी संचालित किया जाएगा.
नारायण जाधव ने कहा, उत्कृष्टता केंद्र इलेक्ट्रिक वाहनों और संबंधित प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अनुसंधान, विकास, कौशल विकास और उदयोग के साथ सहयोग को बढ़ावा देने के लिए स्थापित एक केंद्र है.
प्रो.प्रकाश जोशी ने कहा, इसका मुख्य उद्देश्य ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और विकास को बढावा देना, कौशल विकास और प्रशिक्षण प्रदान करना, उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को बढावा देना और ईवी तकनीक के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. साथ ही साथ ही परियोजना विकास, सहयोगी अनुसंधान, करियर परामर्श, छात्रों और शिक्षकों का प्रशिक्षण, उद्योगों के साथ परामर्श, स्टार्टअप समर्थन और ईवी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास केंद्र के महत्वपूर्ण कार्य है.