प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 वर्ष
देश: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) ने दिनांक 08 अप्रैल, 2025 को 10 वर्ष पूर्ण किया है। यह योजना भारत में एमएसएमई वित्तपोषण परिदृश्य को बदलने में सहायक रही है। पिछले एक दशक में, पीएमएमवाई ने सूक्ष्म उद्यमों हेतु ऋण तक पहुँच के विषय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। योजना की स्तरीय संरचना – शिशु , किशोर और तरुण – ने बैंक को उद्यमियों के लिए किफायती, संपार्श्विक-मुक्त ऋण संवितरित करने में सक्षम बनाया है।
पीएमएमवाई ने सूक्ष्म उद्यम क्षेत्र में हमारे बैंक की पहुंच का काफी विस्तार किया है। योजना के पहले पांच वर्षों के दौरान, हमने इस योजना के तहत 11,59,636 उधारकर्ताओं को कुल रु. 18,923 करोड़ की ऋण सुविधाएं संवितरित की हैं। 10 वर्षों की अवधि के दौरान संचयी संवितरण 43,65,580 उधारकर्ताओं को रु. 71,364 करोड़ है, अर्थात मात्रा के साथ-साथ मूल्य के संदर्भ में लगभग 300% की वृद्धि। इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को प्राप्त होने वाली ऋण सुविधाएं 25% से अधिक है।
2024 के केंद्रीय बजट के दौरान घोषित तरुण प्लस श्रेणी के तहत ऋण सीमा को हाल ही में बढ़ाकर रु. 20 लाख कर दिया गया है, जिससे बैंक विकास क्षमता वाले थोड़े बड़े सूक्ष्म उद्यमों को सहयोग देने में सक्षम होगा।
देश की अर्थव्यवस्था और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि में योगदान देने के अतिरिक्त, इस यात्रा ने उद्यमिता हेतु सक्षम बनाया है साथ ही नए रोजगार भी सृजित किए हैं।
बैंक ने इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम – जीईसीएल के माध्यम से अतिरिक्त ऋण को संस्वीकृत कर कोविड-19 महामारी के दौरान हमारे पीएमएमवाई उधारकर्ताओं की सहायता की है। जीईसीएल प्रदान करके, बैंक ने यह सुनिश्चित किया कि हमारे पीएमएमवाई उधारकर्ता तरलता की कमी से उबर सकें और अपनी आजीविका बनाए रख सकें। जीईसीएल के माध्यम से समय पर सहायता मिलने से 60% से अधिक पीएमएमवाई खाते एनपीए होने से बच गए।
बैंक ने मुद्रा ऋण आवेदकों के लिए एंड-टू-एंड डिजिटल यात्रा शुरू की है। ऋण की पूरी यात्रा अर्थात आवेदन से लेकर संस्वीकृति और संवितरण तक ऑनलाइन माध्यम से पूरी की जाती है। बैंक इस योजना के तहत उधारकर्ताओं को मुद्रा कार्ड भी जारी कर रहा है।
जैसा कि बैंक ऑफ इंडिया पीएमएमवाई के शुभारंभ की 10 वीं वर्षगांठ मना रहा है, बैंक ऑफ इंडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, इनडोर और आउटडोर विज्ञापनों के बैनर , स्टैंडीज़ और शाखाओं में डिजिटल डिस्प्ले आदि के माध्यम से पीएमएमवाई को व्यापक प्रचार-प्रसार देने हेतु बहुआयामी अभियान शुरू किया हैं। हमने प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्सेस स्टोरीज और रील्स लाइव किया है।
इन प्रयासों के माध्यम से, बैंक ऑफ इंडिया पीएमएमवाई की पहुंच बढ़ाने और इस तरह राष्ट्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।