
महिंद्रा पावरोल वित्त वर्ष 25 के दौरान भारत की नंबर 1 जेनसेट निर्माता: फ्रॉस्ट एंड सलिवन
पुणे: महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के अंग, महिंद्रा के पॉवरोल डिविज़न को वित्त वर्ष ‘25 में भारत के अग्रणी डीज़ल जेनसेट निर्माता के रूप में मान्यता दी गई। फ्रॉस्ट एंड सलिवन की नवीनतम डीजी ट्रैकर रिपोर्ट के अनुसार, महिंद्रा पावरोल ने 23.8% हिस्सेदारी के साथ भारतीय जेनसेट बाज़ार में वॉल्यूम के हिसाब से नंबर 1 स्थान हासिल किया और लंबे समय से बाज़ार में अग्रणी रही कंपनी को पीछे छोड़ दिया।
भारतीय डीज़ल जेनसेट उद्योग ने वित्त वर्ष ‘25 में 1,51,634 इकाइयों की संचयी बिक्री दर्ज की। सभी चार तिमाहियों में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के साथ महिंद्रा पावरोल के योगदान ने कंपनी की वृद्धि के लिहाज़ से उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
नवीनतम उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने के लिए तैयार गए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड IV+ (सीपीसीबी4+) के अनुरूप जेनसेट की बिक्री ने इस वृद्धि का समर्थन किया, साथ ही दूरसंचार क्षेत्र में निरंतर मज़बूती भी रही – जहां महिंद्रा पावरोल ने पिछले 15 साल से 55% से अधिक बाज़ार हिस्सेदारी पर कब्ज़ा किया हुआ है। कंपनी ने प्रतिस्पर्धी खुदरा क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति का विस्तार किया, जिससे इसके प्रदर्शन में और अधिक तेज़ी आई।
महिंद्रा पावरोल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और व्यवसाय प्रमुख संजय जैन ने कहा, “भारत के जेनसेट बाज़ार की अग्रणी कंपनी के रूप में पहचाने जाने से यह बात रेखांकित होती है कि हम नवोन्मेष, विश्वसनीयता और ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करने पर हम निरंतर ध्यान देते हैं। दूरसंचार क्षेत्र में हमारा नेतृत्व, खुदरा क्षेत्र में विस्तार और सीपीसीबी4+ मानदंडों के लिए तत्परता ने इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम अपने भागीदारों, ग्राहकों और देश भर की टीमों को उनके निरंतर विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं। हम भारत की प्रगति का समर्थन करने वाले कुशल और भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए तैयार बिजली समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस उल्लेखनीय उपलब्धि के साथ, महिंद्रा पावरोल भरोसेमंद बिजली समाधानों के लिहाज़ एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में अपनी स्थिति को निरंतर मज़बूत कर रही है।