निकाला, चंद मिनटों में पुलिस कमिश्नर ने दिलाया इंसाफ, बेटा-बहू गिरफ्तार
पुलिस कमिश्नर ने सख्त कदम उठाते हुए बेटे और बहू को गिरफ्तार कराकर शांतिभंग की कार्रवाई कराई. इसके बाद उन्हें तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. जबकि बुजुर्ग दंपत्ति की सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिए हैं.
कानपुर.:उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) जिले में तैनात पुलिस कमिश्नर (CP) असीम अरुण ने ऐसा कदम उठाया है जिसकी चर्चा पूरे पुलिस महकमे में हो रही है. आंसुओं का सैलाब लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में बुजुर्ग दंपति की कहानी ने सभी को हैरान कर दिया. बुजुर्ग दंपति की इस कहानी को सुनने के बाद पुलिस कमिश्नर का दिल भी पसीज गया. इसके बाद वे खुद इन दोनों को साथ लेकर बेटे और बहू के घर पहुंच गए.
दरअसल पूरा मामला चकेरी के जाजमऊ की केडीए कॉलोनी का है. जहां के रहने वाले कलयुगी बेटे ने अपने मां-बाप के साथ पिछले कई वर्षों से मारपीट कर रहा था और बुजुर्ग दंपति को घर से बाहर भी निकाल दिया. पीड़ित मां- बाप ने चकेरी थाने में गुहार लगाई और अपने बेटे व बहू के खिलाफ मुकदमा भी लिखवाया. उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. जब मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा तो पुलिस कमिश्नर असीम अरुण पीड़ित बुजुर्ग दंपत्ति अनिल कुमार शर्मा और श्रीमती कृष्णा शर्मा के साथ खुद मौके पर गए और पहले तो उन्होंने की बेटी और बहू को समझाने का प्रयास किया.
बेटा-बहू गिरफ्तार, भेजा जेल
पुलिस कमिश्नर ने सख्त कदम उठाते हुए बेटे और बहू को गिरफ्तार कराकर शांतिभंग की कार्रवाई कराई. उन्हें तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया और बुजुर्ग दंपत्ति की सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिया गया. बताया गया है कि बुजुर्ग दंपति को घर से निकालने के बाद बेटे और बहू ने उनका सामान समेट कर, कमरों में अपने ताले डाल दिए थे. फिलहाल इस पहल के बाद से कानपुर की मित्र पुलिस की हर तरफ प्रशंसा हो रही है.
इंसाफ की उम्मीद जगी
वहीं कई बुजुर्ग दंपति जो पिछले कई वर्षों से पीड़ित हैं, उनके लिए इंसाफ कि उम्मीद भी जगी है. इस घटना के बाद से पुलिस कमिश्नर ने भी यह आदेश दिया है कि किसी भी थाना क्षेत्र में यदि इस तरह के मामले आते हैं तो उस को गंभीरता से लिया जाएं और तत्काल बुजुर्ग दंपत्ति को इंसाफ दिलाने का कार्य करें.