देश के सशक्तिकरण के लिए बहनों का सशक्तिकरण आवश्यक
आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर बहनों के बिना नहीं बन सकता
रक्षाबंधन पर माता- बहन-बेटियों के अधिकारों की रक्षा का संकल्प लें
भाई को राखी बांधें तो पूछें टीका लगवाया कि नहीं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रक्षा बंधन के अवसर बहनों को दिया संदेश
रीवा (MP):मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश का सशक्तिकरण बहनों के सशक्तिकरण के बिना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार मेरे प्रयास रहे हैं कि मैं माँ-बहन-बेटियों की जिंदगी में कैसे खुशिया लाऊँ। उनकी सुरक्षा, सम्मान एवं कल्याण के लिए प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश में बहनों का शैक्षणिक, आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर बहनों के बिना नहीं बन सकता है। प्रदेश में बहनों को आत्म-निर्भर बनाने के विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जल्दी ही महिला पंचायत बुलाई जायेगी, जिसमें बहनों से चर्चा के उपरांत लाड़ली लक्ष्मी जैसी अन्य योजनाएं भी बनाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की कि वे रक्षा बंधन के पावन अवसर पर माँ-बहन-बेटियों के अधिकारों की रक्षा, उनके सम्मान, उनके कल्याण, उनके सशक्तिकरण का संकल्प लें। हम संकल्प लें कि उनके सपनों की उड़ान को पूरा करने के लिए उन्हें सभी अवसर दिए जाएंगे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की सभी बहनों से कहा कि रक्षाबंधन पर जब वे अपने भाई को राखी बांधे तो उनसे पूछें कि उन्होंने कोरोना का टीका लगवाया कि नहीं। रक्षाबंधन के साथ कोरोना से सुरक्षा के बंधन के रूप में टीका अवश्य लगवाएं। बहनें स्वयं भी टीका लगवाना न भूलें। प्रदेश में आगामी 25 एवं 26 अगस्त को टीकाकरण महाभियान चलाया जाएगा, जिसमें 25 तारीख को पहला एवं दूसरा तथा 26 तारीख को दूसरा डोज लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रक्षाबंधन के पावन अवसर पर प्रदेश की बहनों को संदेश दिया। उन्होंने सभी माता-बहनों तथा बेटियों के सुखी, स्वस्थ्य एवं समृद्ध जीवन के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत में अनादिकाल से माँ-बहन–बेटियों का सम्मान है तथा वे हमारे लिए पूजनीय हैं। भारतीय परंपरा में कहा जाता है कि जहां नारियों की पूजा होती है, वहां ईश्वर का वास होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनें हमारी संस्कृति, जीवन मूल्य, व्रत, उत्सव, तीज-त्यौहार आदि परंपराओं की वाहक हैं। भारत की परिवार व्यवस्था पूरी दुनिया के लिए आश्चर्य का विषय है तथा इसकी धुरी हैं नारियां। प्रदेश में बेटियों के पूजन के साथ शासकीय कार्य प्रारंभ होता है। बेटियों का सम्मान एवं सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है।