_*👉शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उजागर*_
_*👉गांव के स्कूल को शिक्षिका ने बना दिया मवेशियों का अड्डा*_
_*👉स्कूल की बदहाली को देख कर भी अंजान बने हुए हैं अधिकारी*_
_*👉स्कूल संचालन समिति को नहीं होता है कारवाई का भय*_
आनन्द कुमार झा.(ऐंकर) सीतामढी की रिपोर्ट
सीतामढ़ी : एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को विश्व गुरु बनाने का सपना देख रहे हैं। तो दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों का हाल बदहाल होता जा रहा है। जहा बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का नारा सब पढ़े-सब बढ़े को को ताक पर रखकर सरकारी स्कूल को गाय भैंसों के तबेला एवं चारा घर बनाने में पदस्थापित शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा कोई कसर नही छोरा जा रहा है।
जी हां मैं बात कर रहा हूं सीतामढ़ी जिला के बथनाहा प्रखंड क्षेत्र के धुमनगर प्राथमिक विद्यालय का जहा लाखो रुपये की खर्च से बना स्कूल जिसमे स्थानीय बच्चे को उज्वल भविष्य के लिए बेहतर शिक्षा दिया जा सके वही स्कूल में पदस्थापित प्रधानाध्यापिका द्वारा स्कूल के नीचे वाले रूम के अंदर भूसा भरकर रखवाकर ताला लगा दिया गया है एवं स्थानीय लोगो की माने तो एक रूम में गाय भैंस बांधकर रूम को गंदा कर के रूम में ताला मारकर रखा गया है
वही स्थानीय दर्जनों लोगों द्वारा बताया गया कि स्कूल में पदस्थापित शिक्षक एवं शिक्षिका का आने जाने का कोई समय सीमा नही है वो लोग तकरीबन 11 बजे आते है और 1 बजे तक चले जाते है कितना कम्प्लेन किये लेकिन सब को पैसा से मैनेज कर लेता है। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि कही न कही इनके ऊपर वाले अधिकारी या तो पैसा लेकर लोगो की कम्प्लेन को नजरअंदाज कर देते है या फिर इनके कंधे पर जो जिम्मेदारी है उसको ईमानदारी पूर्वक निर्वाहन नही करते है ऐसे भ्रस्ट शिक्षक शिक्षिकाओं एवं आला अधिकारियों पर करवाई क्यो नही होती ये बड़ा सवाल है।
क्या कहते है है जिला शिक्षा पदाधिकारी-
इस पूरी मामले को लेकर जब जिला शिक्षा पदाधिकारी सचिन्द्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जांच कर के दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।