इंडियास्किल्स कॉम्पिटिशन- महाराष्ट्र के युवाओं की प्रोफाइल और पहचान को बढ़ावा दे रहा है
इंडियास्किल्स कॉम्पिटिशन महाराष्ट्र के युवाओं के जीवन स्तर को बदल रहा है। यह कॉम्पिटिशन कुशल लोगों की प्रोफाइल और पहचान को बढ़ा रहा है और इस बात पर जोर दे रहा है कि आर्थिक विकास को हासिल करने में कौशल कितने महत्वपूर्ण हैं। कौशल निर्माण व्यक्तियों को सशक्त बनाने और उनकी सामाजिक स्वीकृति में सुधार करने का एक प्रभावी साधन है। 21वीं सदी में, छात्रों के लिए ग्रेड से अतिरिक्त सोचना और रीयल लाइफ स्किल्स हासिल करना सर्वोपरि है। इसे ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) युवाओं को कौशल के लिए जुनून विकसित करने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे उन्हें सही अवसरों तक पहुंचने में मदद मिल रही है।
इंडियास्किल्स कॉम्पिटिशन युवाओं में आत्मविश्वास पैदा कर रहा है और मौजूदा कारोबारी माहौल में प्रासंगिक ट्रेडों में कुशल बना रहा है और उन्हें भविष्य के कार्य के लिए तैयार कर रहा है। यह कॉम्पिटिशन युवाओं में गर्व की भावना जागृत करता है और उन्हें आज के दिन और भविष्य में स्किलिंग के महत्व को देखने में सक्षम बनाता है। यह कॉम्पिटिशन वैश्विक प्रशिक्षण मानकों, बेंचमार्किंग सिस्टम के माध्यम से कौशल विकसित करने में सहायता कर रहा है, और इंडस्ट्री एंगेज्मेंट को बढ़ा रहा है।
कॉम्पिटिशन का मुख्य उद्देश्य बुनियादी ढांचे सहित क्षमता निर्माण करना है, और अक्टूबर 2022 में शंघाई में होने वाली विश्व कौशल प्रतियोगिता और अन्य अंतरराष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिताओं के लिए देश के युवाओं को तैयार करने हेतु एक स्ट्रक्चर्ड अप्रोच को बढ़ावा दे रहा है।
प्रतियोगिता से लाभान्वित हुए एक उम्मीदवार की कहानि नीचे दी गई हैं और आज, वे इंडियास्किल्स प्रतियोगिता के वर्तमान संस्करण में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए अन्य उम्मीदवारों की मदद कर रहे हैं:
मछली पकड़ने के शौकीन वैभव राउत महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव बोईसर के रहने वाले हैं। वह दबाव में शांत रहने के लिए जाने जाते हैं। वैभव ने ईमानदारी से अपना पूरा समय और ऊर्जा इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन में अपने कौशल को पूर्ण करने के लिए समर्पित किया है और आज वह अपने परिवार को गौरवान्वित करने की उम्मीद करता है। 25 वर्षीय वैभव वर्तमान में विज़न इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में वरिष्ठ अभियंता प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।