भूख से तडफ तडफ कर मर रही है गाय,गौ शाला संचालक को 500 रू.प्रति गाय का भी पैसा कम पड़ता..!
गांव के खसरा खतौनी में 120 बीघा चरागाह की जमीन होने के बावजूद गौवंशों की हो रही है मौत,इसका जिम्मेदार कौन..!
बकौल इस गौशाला के केयर टेकर मनोज कुमार व चन्द्र प्रकाश गौ शाला में 153 गौवंश आश्रय को रखे है।
जब विडियो वाइरल हो रहा फिर भी एसडीओ साहब जांच का इंतजार कर रहे है क्या कारण है एसडीओ सहाब जबाव दो…? इन दोनों पर कब होगी कार्यवाही..?
जब आपकी औकत नही तो फिर गौ शाला क्यों लिया चलाने को..? जबाव दो
जब वहार की गाय आपके यहां लोग छोड जाते तो आप प्रशासन को वोलो मगर इस तरह टैक्टर से मत खींचो..!
इटावा यूपी: ग्राम पंचायत जैनपुर नागर में गौशाला में सप्ताह भर अंदर भूंख से तड़पकर एक दर्जन से ज्यादा गौवंश की मौत होने की खबर है।
गांव के लोगों ने कैमरे के सामने न आने की शर्त पर बताया है कि मृत गौवंशों को ट्रेक्टर से खींचकर कुत्तों की तरह बेरहमी से ठिकाने लगाया जा रहा है। उन्होंने इससे संबंधित फोटो और वीडियो भी दिखाए। उक्त गांव के खसरा खतौनी में 24 एकड़ यानि 120 बीघा चरागाह की जमीन होने के बावजूद गौवंशों की मौत हो रही है। बकौल इस गौशाला के केयर टेकर मनोज कुमार व चन्द्र प्रकाश गौ शाला में 153 गौवंश आश्रय को रखे गए हैं मगर जब पड़ताल की गई तो 120 से ज्यादा मौजूद ही नहीं थे। सरकार से भूसा के लिए पैसा नही मिलने से हालत बिगड़ी बतायी।
जानकारी में आया है कि यहां की गौशाला में 2 वर्ष से जो भी गोबर गौवंशों से एकत्रित होता है उसको महिला प्रधान का देवर तथा तथा कुछ अन्य अपने खेतों में डलवा लेते हैं। यदि यही गोबर 24 एकड़ चारागाह की जमीन में डलवाया जा रहा होता तो जमीन उपजाऊ बन सकती थी। पिछला प्रधान चारागाह की जमीन में गोबर डलवाकर हरा चारा पैदा करता था जिससे आश्रित गौवंशों का पेट भरता था। चारे का संकट पैदा नही होता था। केयर टेकरों पर आरोप है कि वह 500 रुपये प्रति गौवंश लेकर गांव के और लोगों द्वारा पकड़ कर लाए गए गौवंशों को ही गौशाला में रखते हैं।
एडीओ पंचायत अनिल वाजपेयी के संज्ञान में यह मामला लाया गया तो पहले तो अनभिज्ञता प्रगट की बाद में जांच और कार्यबाही करने की कहा। उन्होंने बताया कि दो महीने से शासन द्वारा भूसे का पैसा नहीं मिला है ग्रामीणों द्वारा दिये गये भूसे से काम चलाया जा रहा है।
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