एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी ने मनाया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
पुणे :योग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. भारतीय संस्कृति में अद्वितीय महत्व रखने वाले योग को आज पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. दुनिया भर में ज्यादातर लोग अपने शरीर को स्वस्थ और मन को शांत रखने के लिए योग का अभ्यास करते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए एमआईटी आर्ट, डिझाईन एंड टेक्नॉलॉजी युनिवर्सिटी, केंद्रीय आयुष मंत्रालय, सूर्या फाउंडेशन, लोनी कालभोर और कदमवाक वस्ती ग्राम पंचायत, मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, इंटरनेशनल नेटोथेरेपी एसोसिएशन दुनिया के सबसे महान संत श्री. ज्ञानेश्वर विश्वशांति डोम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया.
इस दौरान 1500 से अधिक छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने योग का अभ्यास किया. प्रा. विक्रम तोमर, श्री. संजय भामे ने योग अभ्यास का प्रशिक्षण दिया. इस समय, एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष और कुलपति प्रा. डॉ. मंगेश कराड, एमआईटी मिटकॉम के निदेशक डॉ. सुनीता मंगेश कराड, रजिस्ट्रार डॉ. महेश चोपडे, डॉ. अतुल पाटिल, डॉ. रामचंद्र पुजारी, प्रा. पद्माकर फड, वनिता कालभोर, डॉ. रमाकांत कपाले, लोनी कालभोर के सरपंच माधुरी कालभोर, ज्ञानदेव नीलवर्णा, शिवशरण माली सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि भारत सरकार द्वारा चुने गए 75 विशेष स्थानों पर केंद्र के 75 विशेष व्यक्तियों की उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. MIT दुनिया के सबसे बड़े गुंबद में 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है. अगले साल, एमआईटी वर्ल्ड पीस डोम देश के 75 विशेष स्थानों में से एक होगा. विश्वविद्यालय के माध्यम से समग्र और व्यक्तित्व विकास के लिए योग को विशेष महत्व दिया जाता है. योग से देश के विकास में तेजी आएगी. इसलिए योग एक आंदोलन के रुप शुरू किया जाना चाहिए.
एमआईटी स्कूल ऑफ होलिस्टिक डेवलपमेंट के प्रमुख डॉ. अतुल पाटिल ने परिचय दिया. प्रा. स्नेहा वाघाटकर, प्रा. डॉ. अशोक घुगे ने संचालन किया वहीं रजिस्ट्रार डॉ. महेश चोपडे ने आभार व्यक्त किया.