समाज पर फिल्मों का होता है गहरा प्रभाव : प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया
सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स ने फिल्म कलाकारों को ‘सूर्यगौरव राष्ट्रीय पुरस्कार 2022’ से सम्मानित किया
‘सूर्यदत्त’ द्वारा हुआ कलाकारों का सन्मान स्फूर्तिदायक
संजय जाधव की राय; ‘सूर्यदत’ने कलाकारों को दिया ‘सूर्यगौरव राष्ट्रीय पुरस्कार 2022’
पुणे : “एक प्रभावी पुस्तक को पढ़ने में समय लगता है, लेकिन उस पर आधारित ढाई घंटे की फिल्म हमें उसी सामग्री को तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से समझने में मदद करती है। निर्माता, निर्देशक, कलाकार, तकनीशियन, स्पॉटबॉय जैसे कई लोग फिल्म में योगदान करते हैं। टीम वर्क का समग्र परिणाम फिल्म है। हालांकि फिल्म का चेहरा कलाकार होते है, लेकिन फिल्म की सफलता समाज, दर्शकों पर निर्भर करती है,” ऐसा मत सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने व्यक्त किया।
सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की ओर से, फिल्म कलाकारों को हाल ही में सिटीप्राइड कोथरुड में ‘सूर्यगौरव राष्ट्रीय पुरस्कार 2022’ से सम्मानित किया गया। फिल्म ‘तमाशा लाइव’ के प्रीमियर के मौके पर अभिनेता, गायक, निर्देशक और तकनीशियन मौजूद थे। प्रो. डॉ. चोरडिया के साथ सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन की उपाध्यक्ष एवं सचिव सुषमा चोरडिया, सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक डॉ. विट्ठल जाधव ने कलाकारों को सम्मानित किया।
कलाकार सोनाली कुलकर्णी, हेमांगी कवी, आयुषी भावे, मृणाल देशपांडे, पुष्कर जोग, नागेश ओसले, सिद्धार्थ जाधव के साथ निर्देशक संजय जाधव, निर्माता अक्षय बर्दापूरकर, संगीत निर्देशक पंकज पडघन, गीतकार क्षितिज पटवर्धन, संगीत निर्देशक अमित राज, गायक आदर्श शिंदे यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर कलाकारों ने छात्राओं से बातचीत की।
प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, ‘इस पूरी प्रक्रिया से छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं। ‘सूर्यदत्त’ के तहत परफॉर्मिंग आर्ट्स, सूर्य दत्त इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन एंड इवेंट मैनेजमेंट (SIMCIM) की ओर से छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए फिल्म, टेलीविजन, सोशल मीडिया से जुड़े विशेषज्ञों और प्रतिष्ठित हस्तियों को आमंत्रित और सम्मानित किया जाता है। इसके अलावा, वे छात्रों के साथ बातचीत करते हैं।”
इस मौके पर संजय जाधव ने कहा, ‘दर्शकों की प्रतिक्रिया और ‘सूर्यदत्त’ द्वारा दिए गए सम्मान से हम अभिभूत हैं. ऐसे पुरस्कारों के जरिए ‘सूर्यदत्त’ हम कलाकारों को प्रोत्साहित करते हैं. इससे हमें काम करने की नई ऊर्जा मिलती है. छात्रों को भी प्रेरित करता है। इसलिए ‘सूर्यदत्त’ के इस काम की हम गहराई से सराहना करते हैं और आभार व्यक्त करते हैं।”