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एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का सफल समापन

एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का सफल समापन

पुणे: भारत के पश्चिमी क्षेत्र के लिए स्मार्ट इंडिया हैकथॉन हार्डवेयर संस्करण 25 से 29 अगस्त 2022 तक विश्व राज स्टूडियो, एमआईटी आर्ट, डिजाइन और टेक्नॉलॉजी यूनिवर्सिटी पुणे में शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीई के सहयोग से आयोजित किया गया था. नीति आयोग के विशेष अधिकारी डॉ. वेंकट नारायण, एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष और कुलपति प्रो.डॉ. मंगेश कराड और कैपजेमिनी कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष मनीष मेहता ने उद्घाटन हुआ था. यह प्रतियोगिता 29 अगस्त 2022 को शाम 6:30 बजे समाप्त हुई. इस कार्यक्रम में सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के प्रो. डॉ. अरुण जामकर, जेनसर टेक्नॉलॉजी मुख्य सूचना अधिकारी विकास विजयवर्गीय, ऑटो क्लस्टर डेवल्पमेंट, पुणे के एमडी श्री. किरण वैद्य ने छात्रों को मार्गदर्शन कर कार्यक्रम का समापन, ऐसी जानकारी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी नोडल सेंटर के प्रमुख डॉ. रेखा सुगंधी और एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी की डीन डॉ. मोहित दुबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. इस समय डॉ. नचीकेत ठाकुर उपस्थीत थे.

डॉ. रेखा सुगंधी ने कहा कि छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों से कई दिलचस्प विचार आए जैसे फिटनेस रियलिटी, सैनिटरी नैपकिन को विघटित करने में मदद करने वाली मशीनें, ऐतिहासिक स्थानों और त्योहारों में इस्तेमाल होने वाले ‘बौद्धिक ड्रोन’ इस बार उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विचारों का मार्गदर्शन किया गया. इसमें सीगेट टेक्नोलॉजी, यूएनएसीसीसी (यूथ काउंसिल महाराष्ट्र) स्फोटेक डेटा सिक्योरिटी, कोरपिलर्स, एसएएस रिसर्च एंड डेवलपमेंट, सिस्टम, फिलिप्स, टेक महिंद्रा, स्काईमेट वेदर सर्विसेज जैसी विभिन्न कंपनियों के विशेषज्ञों ने भाग लिया. छात्रों ने समस्या समाधान, पुरस्कार के लिए परियोजनाओं को लागू करने, आपात स्थितियों से निपटने के लिए सलाह, समय प्रबंधन, इससे बाहर एक व्यवसाय बनाने और नई तकनीकों का उपयोग करने सहित कई तरह के कौशल सीखे.

डॉ. मोहित दुबे ने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकथॉन हार्डवेयर एडिशन के ग्रैंड फिनाले में 160 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया. उनके रचनात्मक विचारों का उपयोग करके वास्तविक जीवन की महत्वपूर्ण सामाजिक समस्याओं का समाधान पाया गया. टीम ने फिटनेस और खेल, विरासत और संस्कृति, मेड टेक, बायोटेक, हेल्थ टेक, कृषि, खाद्य तकनीक और ग्रामीण विकास और नवीकरण से संबंधित समस्या बयानों पर काम करने के लिए 5 दिन और 4 रातों के लिए चौबीसों घंटे काम किया. सभी प्रतिभागियों ने उद्योग के विशेषज्ञों से मूल्यवान इनपुट के माध्यम से टिकाऊ उपकरण, उत्पादों को विकसित करने का अनुभव प्राप्त किया. प्रत्येक ‘समस्या कथन’ के पास एक लाख रुपये जीतने का मौका था। छात्र नवाचार श्रेणी के तहत, पहले तीन विजेताओं को क्रमशः 1 लाख रुपये, 75,000 रुपये और 50,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया.

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