पूणे

आतंकवाद से मुक्ति के लिए 11 सितंबर को एक लाख शिवभक्त करेंगे वैश्विक महारुद्र अभिषेक

आतंकवाद से मुक्ति के लिए 11 सितंबर को एक लाख शिवभक्त करेंगे वैश्विक महारुद्र अभिषेक
वयम संस्था, विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजन; पुणे में ओंकारेश्वर मंदिर में होगा रुद्राभिषेक

पुणे: भारत के महान सपूत स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो के वर्ल्ड पार्लमेंट ऑफ़ रिलीजस में शांति और मानवता का संदेश दिया था. ऐसे महान तपस्वी स्वामी विवेकानंद को प्रणाम कर विश्वशांति का प्रसार और आतंकवाद मुक्त समाज बनाने के लिए 11 सितंबर 2022 को एक लाख शिवभक्तों द्वारा महारुद्र अभिषेक किया जाएगा, यह जानकारी वयम संस्था के संस्थापक एवं महारुद्र अभिषेक के आयोजक गौरव त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता में दी. पुणे में यह रुद्राभिषेक ओंकारेश्वर मंदिर में होगा।

विश्व हिंदू परिषद पश्चिम महाराष्ट्र मठ मंदिर समिति के संपर्क प्रमुख मनोहर ओक, श्री ओंकारेश्वर देवस्थान के मुख्य ट्रस्टी धनोत्तम लोणकर, भारतमाता महिला मंडल ट्रस्ट की कार्यकारी अध्यक्ष प्रियंका शेंडगे-शिंदे आदी उपस्थित थे। इस उपक्रम के लिए इंद्राणी बालन ग्रुप के सीएमडी पुनीत बालन का सहयोग मिला है।

गौरव त्रिपाठी ने कहा, “स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर को दुनिया को अपने संबोधन में असहिष्णुता, शोषण, आतंकवादमुक्त समाज, धार्मिक सम्मान और मानवता को बनाए रखने के लिए विश्वशांति का संदेश दिया। 11 सितंबर को सही मायने में ‘विश्वशांति दिवस’ के रूप में मनाया जाना चाहिए।

गौरव त्रिपाठी ने कहा, “काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी में भगवान शंकर के आशीर्वाद के साथ मुख्य रुद्राभिषेक होगा. वहीं यह रिकॉर्ड तोड़ रुद्राभिषेक दुनिया भर के शिव मंदिरों में होगा। महाराष्ट्र में बारह ज्योतिर्लिंगों के साथ शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक की ध्वनि बजेगी। इस उपक्रम से दुनिया को यह संदेश देने की कोशिश है कि ‘भारत शांति, एकता और विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है’। ऑनलाइन संकल्प में शिवभक्त शामिल हो सकते है। www.harharmahadeva.com वेबसाइट पर 108 रुपये का दान देकर पंजीकरण और 1008 रुपये का दान करके भक्त घर बैठे रुद्राभिषेक प्रसाद सहित कर सकते हैं। शिवभक्तों को रजिस्ट्रेशन के बाद लिंक मिलेगा। उसी से इस रुद्राभिषेक में भाग ले सकते हैं।”

मनोहर ओक ने कहा कि, यह महारुद्राभिषेक विश्व हिंदू परिषद के महासचिव स्वामी विज्ञानानंद महाराज के विचारोंसे साकार हो रहा है। 11 सितंबर को स्वामी विवेकानंद द्वारा 129 साल पहले दिए गए शांति के संदेश के साथ-साथ 9/11 के आतंकी हमलों के पीड़ितों का स्मरण करने के लिए चुना गया था।

11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमला हुआ था। यह अमेरिका समेत पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा झटका था। न्यूयॉर्क शहर में हुए इस हमले में हजारों निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस आतंकी हमले की वजह से ‘9/11’ हिंसा और नफरत के नाम से जाना गया। लेकिन उससे पहले 11 सितंबर के ही दिन स्वामी विवेकानंद ने दुनिया को अहिंसा, सहिष्णुता और प्रेम का संदेश दिया था। मनोहर ओक ने यह भी कहा कि उसकी याद में 11 सितंबर को विश्व शांति दिवस होना चाहिए।

धनोत्तम लोणकर ने कहा, “हमें खुशी है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में हो रहा यह महारुद्राभिषेक ओंकारेश्वर मंदिर में भी हो रहा है। ओंकारेश्वर मंदिर पुणे के लोगों का पूजा स्थल है, इस महारुद्राभिषेक समारोह में पुणे के अधिक से अधिक लोगों को भाग लेना चाहिए। समाज में बुरी शक्तियों को खत्म करने के लिए यह महत्वपूर्ण विधि है। 11 सितंबर को ओंकारेश्वर देवस्थानद्वारा आवश्यक व्यवस्था की जाएगी।”

स्वामी विवेकानंद के पालन-पोषण में उनके मां ने प्रमुख भूमिका निभाई। अगर बच्चे को मां से अच्छा और सामंजस्यपूर्ण व्यवहार नहीं मिलता है, तो समाज में शांति, मानवता और देशभक्ति की भावना जड़ नहीं ले पाएगी। प्रियांका शेंडगे-शिंदे ने कहा, “कि वह विश्व शांति के लिए किए जा रहे इस महारुद्राभिषेक में पुणे के शिव भक्तों और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की कोशिश करेंगी।”

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