ऋषिकेश कुमार की रिपोर्ट :
दीपनगर थाना क्षेत्र इलाके के गोलापुर हवाई अड्डे पर सैकड़ो स्थानीय किसानों ने एक बैठक का आयोजन कर अपना विरोध प्रकट किया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें सूचना मिल रहा है कि गोलापुर इलाके में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण होने जा रहा है उसी के विरोध में दर्जनों गांव के स्थानीय किसानों ने गोलापुर स्थित खेल के मैदान में बैठ कर इकट्ठा हुए। किसानों ने अपने दर्द को बयां करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर इस इलाके में हवाई अड्डा का निर्माण होने नहीं देंगे क्योंकि गोलापुर शहर का नजदीकी गांव है और हमलोग छोटे छोटे किसान इस इलाके में पुरखों के जमाने से खेती करते आ रहे हैं। इस इलाके के चारों तरफ उपजाऊ जमीन है जो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माणाधीन के दौरान सरकार अधिग्रहण कर लेगी। तो हम लोग के बाल बच्चे सड़क पर आ जाएंगे और हम लोग भूखे मर जाएंगे। किसानों ने कहा कि हमें जमीन अधिग्रहण के बदले मुआवजा नहीं चाहिए अगर सरकार हमें जमीन अधिग्रहण के बदले मुआवजा देती भी है तो हम इस पैसे को कितने दिनों तक खा पाएंगे, इसीलिए हम किसी भी कीमत पर अपनी जमीन सरकार को नहीं देंगे चाहे इसके लिए हम किसानों को किसी तरह की कुर्बानी क्यों ना देना पड़े। ग्रामीणों ने बताया कि इस हवाई अड्डे के विस्तारीकरण को लेकर विभागीय टीम भी इस इलाके में आकर जमीन मापी करने का काम किया है। जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है। किसानों ने कहा कि वर्तमान सरकार पूर्ण रूप से किसान विरोधी हो गई है एक तरफ किसान एक तरफ का एमएसपी खत्म करके किसानों के फसल को लूटने का काम कर रहा है दूसरी ओर गोलापुर इलाके में सरकार किसानों की जमीन अधिग्रहण के नाम पर लूटने का काम कर रही है। ऐसी सूरत में किसान अगर आत्महत्या करते हैं तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ।