स्वच्छता अभियान के तरफ एक और कदम ,जिले में बना पहला टॉयलेट क्लिनिक
रुनीसैदपुर प्रखंड परिसर में जिले का पहला टॉयलेट क्लीनिक का उद्घाटन जिलाधिकारी के द्वारा किया गया
बिहार: सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर प्रखंड परिसर में जिले का पहला टॉयलेट क्लिनिक का उद्घाटन जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित माननीय जनप्रतिनिधियों एवं ओडीएफ से संबंधित पदाधिकारियों /कर्मियों को संबोधित करते हुए कहाकि टॉयलेट-क्लिनिक( शौचालय चिकित्सालय) का निर्माण स्वच्छता अभियान को गति देने की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम है। उन्होंने कहा कि लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत बड़े संख्या में शौचालयों का निर्माण कराया गया। शौचालय के निर्माण के साथ व्यवहार परिवर्तन की दिशा में जन जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। निर्मित शौचालयों के रख-रखाव एवं मरम्मती के उद्देश्य से जिले का यह पहला टॉयलेट क्लिनिक होगा। प्रखंड के सभी पंचायतों का सर्वे कर ऐसे शौचालयों को चिन्हित किया जाएगा जहां मरम्मती अपेक्षित है। जिलाधिकारी ने कहां कि सरकार द्वारा विकासात्मक योजनाओं का क्रियान्वयन के साथ सभी तरह की सुविधाओं की उपलब्धता ग्रामीण क्षेत्रों में सुनिश्चित की जा रही है। कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की सफलता में सामूहिक सहभागिता की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन को वार्ड स्तर पर क्रियान्वित कराया जा रहा है। साथ ही वार्ड स्तर पर सोलर लाइट अधिष्ठापन की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इन सभी कार्यों में आम ग्रामीणों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है
वहीं उप विकास आयुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि टॉयलेट क्लिनिक का निर्माण स्वच्छता अभियान को और गति देगा। कहा कि टॉयलेट क्लिनिक के माध्यम से निर्मित शौचालयों को ठीक कराने में अब ग्रामीणों के द्वारा बाजार लागत की तुलना में कम लागत पर शौचालयों की मरम्मती कराई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि टॉयलेट क्लीनिक में मरम्मती से संबंधित सभी सामग्री उपलब्ध रहेगी। सफाई से जुड़े कर्मियों से लेकर मिस्त्री की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। जहां कहीं भी छोटी-छोटी समस्याओं के कारण टॉयलेट अनुपयोगी रहता है उसकी रिपोर्ट तैयार करते हुए टॉयलेट क्लिनिक के माध्यम से शौचालय की मरम्मती की जा सकेगी। बताया कि शौचालय का छत में आई खराबी, दरवाजे कुंडी यदि टूट गए हो, पैन/सीट खराब है या अन्य कारणों से शौचालय का उपयोग में निरंतरता नहीं रहती है। इसे देखते हुए टॉयलेट क्लिनिक के माध्यम से उन्हें ठीक किया जा सकेगा। निर्मित शौचालय छोटे-छोटे कारणों से बंद न हो सकेंगे।
कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी बातें रखी।मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी रुनी सैदपुर ,डिस्टिक कोऑर्डिनेटर शंकर शंभू, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह तथा अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।