संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारियों की समीक्षात्मक बैठक गुरुवार को देर शाम जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में की गई। बैठक में जिला स्तरीय तकनीकी विभागों सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे। साथ ही सभी अंचलों के अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी अनुमंडल पदाधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े हुए थे।
उपस्थित सभी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि बाढ़ पूर्व की तैयारी हर स्तर पर करना सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिलाधिकारी के द्वारा बारी-बारी से सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की गई।
इसके पूर्व प्रभारी अधिकारी आपदा प्रबंधन अविनाश कुमार सिंह ने संभावित बाढ़ एवं उखाड़ के मद्देनजर अभी तक की गई तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में वर्षा मापक यंत्र की अद्धतन स्थिति एवं मरम्मती,बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूह की पहचान, संभावित बाढ़ से प्रभावित पंचायत /क्षेत्र
नाव ,जनरेटर सेट ,पेट्रोमैक्स महाजाल आदि की उपलब्धता, शुद्ध पेयजल और पॉलिथीन सीट्स की उपलब्धता, मानव दवा, पशु दवा पशु चारा आदि की उपलब्धता, नावों /नाविकों के लंबित मजदूरी /भाड़े का भुगतान की स्थिति ,खोज बचाव एवं राहत दलों का गठन,तटबन्धों की सुरक्षा, सड़कों की मरम्मती और समुदाय का प्रशिक्षण इत्यादि बिंदुओं पर उनके द्वारा जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नाव की गहनी समय से करा लें।पर्याप्त नाव की उपलब्धता सुनिश्चित करें तथा उसका सत्यापन करा लें। सभी सीओ को निर्देशित किया गया कि पॉलिथीन सीट्स की अधियाचना शीघ्र भेज दें तथा राहत एवं बचाव दल का गठन करना सुनिश्चित करें। ग्रामीण कार्य प्रमंडल सीतामढ़ी -पुपरी एवं बेलसंड को सड़कों की मरम्मत को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता की टीम बनाकर तटबन्धों का निरीक्षण कर संवेदनशील स्थलों /रेन कट आदि स्थलों के मरम्मती कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। साथ ही संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा तटबन्धों की सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया गया। बैठक में जानकारी दी गई कि जिला स्तर पर 41250 पॉलिथीन सीट्स भंडारित है जबकि जिला मुख्यालय एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं 26 प्रकार की उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रखंडों में मेडिकल कैंप चिन्हित किए जाने और प्रखंड वार /पंचायत वार महामारी दल और मोबाइल मेडिकल टीम का गठन शीघ्र करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। वही लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल सीतामढ़ी को निर्देशित किया गया कि जिले के सभी चापाकलो को चालू अवस्था मे रखें।