अवार्डपूणे

राजस्थान की प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. रूमा देवी को ‘सूर्यदत्त’ द्वारा ‘सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार 2023’ प्रदान

राजस्थान की प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. रूमा देवी को
‘सूर्यदत्त’ द्वारा ‘सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार 2023’ प्रदान

महिलाएं बने शिक्षा और आर्थिक रूप से सशक्त
डॉ. रूमा देवी का मत; सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट द्वारा ‘सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार २०२३’ प्रदान

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डॉ. रूमा देवी का काम महत्वपूर्ण
प्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने की सराहना; सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट द्वारा ‘सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार २०२३’ प्रदान

पुणे : “समाज में पारंपरिक, आदिवासी और दुर्लभ हस्तकला व उनके व्यवसायों को राज मान्यता दिलाने का प्रयास हम करते हैं। उनका सम्मान बढ़ाकर उनमें आत्मविश्वास जगाने के लिए हम गांव से शहर तक इस राह पर कार्य कर रहे है. देश के सफल विकास में भागीदार होने के लिए महिलाओं को शिक्षा व आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की आवश्यकता है, महिलाओं इसपर ध्यान देने की आवश्यकता है,” ऐसा मत प्रख्यात समाजसेवी, फॅशन डीझायनर व पारंपरिक हस्तकला कारागीर डॉ. रुमा देवी ने व्यक्त किया।

राजस्थान के बाडमेर में ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान द्वारा डॉ. रुमा देवी ने ३० हजार से अधिक महिलांओ को स्वयंपूर्ण बनाया है. उनके इस कार्य को सराहते हुए सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट्स और सूर्यदत्त वुमन एम्पॉवरमेंट अँड लीडरशिप अकॅडमी (SWELA) के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. रूमा देवी को ‘सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार २०२३’ प्रदान किया गया. ‘सूर्यदत्त’ के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया व उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया के हाथो उन्हें सम्मानित किया गया.

‘सूर्यदत्त’ के बावधन कॅम्पस में हुए इस समारोह में कार्यकारी संचालक अक्षित कुशल, संचालक प्रशांत पितालिया, प्राचार्य वंदना पांडे, नयना गोडांबे, रोशनी जैन, प्रा. सायली देशपांडे, सीए हर्षवर्धन देशपांडे, सुमता सरदार, स्नेहल पवार सहित अन्य शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे.

डॉ. रुमा देवी ने कहा, “सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार से महाराष्ट्र में सम्मानित होना मेरे लिए विशेष है. सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट्स और सूर्यदत्त वुमन एम्पॉवरमेंट अँड लीडरशिप अकॅडमी (SWELA) ने हमारे कार्य की सराहना करते हुए हमें जो सम्मान दिया है, उससे और ज्यादा ताकद से काम करने की प्रेरणा मिलेगी. यह सम्मान उन सब महिलाओं का है, जो मेरे साथ काम करती है.”

प्रा. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, “थर के रेगिस्तान में काम करनेवाली पहली महिला कारागीर डॉ. रुमा देवी का कार्य उल्लेखनीय है. कई समस्याओं को पार करते हुए उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाया है. इस कार्य के लिए उन्हें २०१६ में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथो ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से नवाजा गया. जयपूर के महात्मा ज्योतिराव फुले विश्वविद्यालय से उन्होंने ‘आर्ट और टेक्सटाईल’ विषय में डॉक्टरेट प्राप्त की है. साथही अनेक राष्ट्रीय व आंतराष्ट्रीय पुरस्कार उन्हें प्राप्त है. सूर्यदत्त के रौप्य महोत्सवी वर्ष के अवसर पर उन्हें सम्मानित करते हुए हमें भी गौरव महसुस होता है.”

डॉ. रुमा देवी ने सूर्यदत्त इन्स्टिट्यूट ऑफ फॅशन टेक्नॉलॉजी के छात्रों ने ‘स्पार्क २०२३’ प्रदर्शनी द्वारा बनाए २१०० उत्पादनो की सराहना की. साथ ही सूर्यदत्त के बच्चो को उनके साथ इंटर्नशिप करने का अवसर देने की घोषणा की. सुषमा चोरडिया ने आभार ज्ञापित किए.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button