बेटे यश के इलाज के लिए लिया कर्जा जिंदगी पर पड़ा भारी
शिवराज सिंह राजपूत प्रतिनिधि
इटावा यूपी: बसरेहर नौ माह के बेटे के इलाज के लिए राहुल ने करीब ढाई लाख रुपये कर्ज ले रखा था। इसके बाद भी बेटे की हालत में सुधार नहीं हुआ तो परेशान होकर राहुल ने गुरुवार रात फंदा लगाकर जान दे दी थी।
थाना चौबिया क्षेत्र के गांव कटैया निवासी राहुल (22) का शव गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे गांव के बाहर आम के पेड़ से लटका मिला था। छोटे भाई पुनीत ने बताया कि राहुल की दो साल पहले शादी हुई थी। उसका नौ माह का बेटा यश है। यश जन्म के बाद से ही बीमार रहने लगा। उसके इलाज के लिए राहुल ने कई चिकित्सकों को दिखाया। उस पर करीब ढाई लाख रुपये कर्ज हो गया। राहुल मजदूरी करके गृहस्थी चला रहा था। इतनी पूंजी नहीं थी कि वह कर्ज लौटा पाता। इससे वह परेशान रहने लगा। कई दिनों से राहुल तनाव में भी था। इसके कारण उसने गुरुवार रात जान दे दी। थाना प्रभारी गोविंद हरी वर्मा ने शव पोस्टमार्टम के लिया भेजा।
आयुष्मान का लाभ नहीं
मजदूरी करने वाले राहुल को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल सका। यही कारण रहा कि उसे बेटे के इलाज के लिए ढाई लाख रुपये का कर्ज लेना पड़ गया। ग्रामीणों में चर्चा रही कि सरकारी योजना का गुणगान तो खूब किया जाता है लेकिन वास्तव में इसे जमीन पर उतारने में अफसर पीछे रह जाते हैं। आयुष्मान योजना के तहत पात्र व्यक्ति को पांच लाख रुपये तक का इलाज करने की सुविधा मिलती है।