एमआईटी के कर्मचारी के मौत के बाद परिवार को ३ लाख का चेक
पुणे : सामाजिक प्रतिबद्धता की भावना को ध्यान में रखते हुए माईर्स एमआईटी शिक्षा संस्था समूह के प्रमुख और प्रख्यात शिक्षाविद् विश्वधर्मी प्रा.डॉ. विश्वनाथ दा.कराड की ओर से संस्था के कर्मचारी गणेश मोकाशी की पत्नी स्वप्नाली मोकाशी को ३ लाख रूपये का चेक और २१ हजार रूपये नकद दिये गये. साथ ही यह आश्वासन दिया गया कि भविष्य में समय समय पर संस्था द्वारा उन्हें हर प्रकार की सहायत प्रदान की जाएगी. कोथरूड स्थित एमआईटी डब्ल्यूपीयू में आयोजित इस कार्यक्रम में गणेश मोकाशी को श्रध्दांजलि दी गई.
कर्मचारियों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही माईर्स एमआईटी शिक्षा संस्था समूह के प्रमुख प्रा.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने अब तक कर्मचारियों के परिवारों को शिक्षा के साथ साथ हर संभव सहायता प्रदान की है. इनमें से कई छात्र डॉक्टर, इंजीनियर और सरकारी सेवाओं में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत हैं. साथ ही कुछ छात्र उद्योगपति भी बन गए हैं.
संस्था के कर्मचारी गणेश मोकाशी पिछले ८ साल से ड्राइवर के तौर पर काम कर रहे थे. ईमानदार एवं परोपकारी भाव से सेवा करनेवाले मोकाशी की मृत्यु के बाद संस्थान के सभी शिक्षक एवं गैर शिक्षण कर्मचारियों ने उनके परिवार को उदारपूर्वक आर्थिक सहायता प्रदान की है. साथ ही एमआईटी संस्थाने इसमें कुछ और रूपयें भी जोडे. इसके बाद स्वप्नाली मोकाशी को ३ लाख रूपये का चेक और २१ हजार रूपये नकद सौंपे गये.
इस राहत कोष को इकट्ठा करने के लिए गणेश देवडकर, योगेश पारखी, राजू जाधव, प्रभाकर गोरे, नीलेश धावरे और समीर रावडे ने विशेष प्रयास किए हैं.
विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड की ओर से स्वप्नाली मोकाशी को एक चेक दिया गया. इस अवसर पर एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस, प्र कुलपति डॉ. मिलिंद पांडे, रजिस्ट्रार गणेश पोकले, डॉ. संजय उपाध्ये, डॉ. रोहिणी काले और डॉ. महेश थोरवे उपस्थित थे.