सीतामढ़ी

राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘नई चेतना अभियान – पहल बदलाव की ओर’ का शुभारंभ

 

राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘नई चेतना अभियान – पहल बदलाव की ओर’ का शुभारंभ

महिला एवं बाल टीवी विकास निगम बिहार के निर्देश पर जिला प्रोग्राम कार्यालय आईसीडीएस सीतामढ़ी द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘नई चेतना अभियान – पहल बदलाव की ओर’ का शुभारंभ जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी व उप विकास आयुक्त डॉ प्रीति ने ।।।समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष मे दीप प्रज्वलित कर किया|

मालूम हो की लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘नई चेतना अभियान–पहल  बदलाव की ओर’ महिलाओं और किशोरियों के सशक्तिकरण पर केंद्रित है। उक्त कार्यक्रम के उद्देश्य पर संबंधित जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कंचन कुमारी गिरी ने बताया कि यह चार सप्ताह का अभियान है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को हिंसा को पहचानने और रोकने एवं उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिये तैयार करना है। गतिविधियाँ ‘लैंगिक समानता और लिंग आधारित हिंसा’ के विषय पर केंद्रित होंगी। नई चेतना अभियान का उद्देश्य महिलाओं और विभिन्‍न जेंडरों के व्यक्तियों के अधिकारों को आगे बढ़ाना तथा उनके जीवन को भय और जेंडर-आधारित भेदभाव से मुक्‍त करना है। इन अभियान गतिविधियों से स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के बीच जेंडर- आधारित हिंसा के बारे में जागरूकता बढ़ेगी और रिपोर्टिंग को बढ़ावा मिलेगा। पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा विस्तार से दिखाया गया।

मौके पर जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने बताया कि*ऐसे बदलाव के लिए स्वंय और अपने घर परिवार से शुरुआत करने की जरूरत है। उन्होंने बताया स्वयं सहायता समूह एवं स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से अधिक से अधिक जगरुकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि नई चेतना अभियान लिंग आधारित भेदभाव तथा महिला घरेलू हिंसा के प्रति जागरूकता कार्यक्रम है। इस राष्ट्रव्यापी अभियान का उद्देश्य महिलाओं में लिंग आधारित हिंसा के बारे में महिलाओं को संवेदनशील बनाना और उन्हें ऐसी हिंसा से निपटने में मदद करने के लिए* *उपलब्ध विभिन्न* संस्थागत तंत्रों के बारे में जागरूक करना है।पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि बच्चों के साथ लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध हम तत्पर है| लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के मुद्दे पर हमे सकारात्मक होकर बच्चों के हित के लिए काम करना है | उप विकास आयुक्त डॉ प्रीति ने बताया महिलाओ और बच्चों को अपनी जिम्मेदारी लेने की जरूरत है | जीविका डीपीएम उमाशंकर भगत ने जीविका स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन, अधिकार केंद्र के बारे मे चर्चा करते हुए इसे 20 दिसंबर तक योजना के अनुसार जीविका द्वारा चलाया जाएग| जिससे गाँव-गाँव तक जागरूक किया जाएगा| अन्य कर्मियों और स्वयंसेवी संस्थानों ने अपने अनुभव को साझा किया |

 

अंत मे जिलाधिकारी के नेतृत्व मे जेंडर शपथ दिलाया गया | बैठक मे डब्लूडीसी पटना के प्रतिनिधि रामाकान्त, जिला कल्याण पदाधिकारी, सिविल सर्जन, सहायक निदेशक जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, शिक्षा विभाग, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी, बाल संरक्षण पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, यूनिसेफ/प्रथम संस्था के जिला समन्वयक, पिरामल के प्रतिनिधि, महिला पर्यवेक्षिका आदि शामिल रहे |

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