साल 2024 में पुणे रियल ऐस्टेट ऑफिस और इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सेक्टर लीज़िंग में रिकॉर्ड कायम करेंगे
इस वर्ष पुणे शहर में ऑफिस लीज़िंग में तकरीबन 70 लाख वर्गफीट के साथ बीते 6 सालों का उच्चतम रिकॉर्ड बनने की उम्मीद है और इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सेक्टर में इस साल लीज़िंग 24 लाख वर्गफीट के पार पहुंचना अपेक्षित है
विशाल समाचार संवाददाता पुणे,: भारत की अग्रणी रियल ऐस्टेट कंसल्टिंग फर्म सीबीआरई साउथ एशिया प्रा. लि. ने आज घोषणा की है कि पुणे का रियल ऐस्टेट सेक्टर वर्ष 2024 में ऑफिस तथा इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सैगमेंट में रिकॉर्ड कायम करने को तैयार है। सीबीआरई इंडिया के मुताबिक पुणे में ऑफिस लीजिंग का आंकड़ा इस साल 70 लाख वर्गफीट को छू सकता है तो बीते 6 वर्षों का उच्चतम है। इस आंकड़े के साथ पुणे भारत का छटा सबसे बड़ा ऑफिस बाजार है। लैंड बैंक्स की उपलब्धता इस वृद्धि का खास कारक है, जिससे विशाल कार्यालय परिसरों का विकास संभव हो रहा है और प्रतिस्पर्धी दरों पर उच्च क्वालिटी की सम्पत्तियां विविधतापूर्ण चयन प्रदान कर रही हैं। यह संयोजन उन कंपनियों के लिए बहुत आकर्षक है जो विस्तार या रिलोकेशन के मौके खोज रहे हैं।
2023 में पुणे में ऑफिस लीज़िंग ने 63 लाख वर्गफीट का आंकड़ा छुआ था जो 2022 से 13 प्रतिशत अधिक था। यह बढ़त उच्च क्वालिटी के विकास, मजबूत प्रतिभा समूह और प्रतिस्पर्धी कीमतों की वजह से हुई। औंध, बानेर और विमान नगर समेत प्रमुख इलाकों में मांग रही; हर ज़ोन में लगभग 15 लाख वर्गफीट क्षेत्रफल लीज़ पर लिया गया। नई कंपनियों जैसे प्रेस्टीज व सालारपुरिया तथा संस्थागत निवेशकों जैसे मेपलट्री के बाजार में आने से कारोबार बढ़ा है।
पुणे में वर्ष अनुसार ऑफिस लीज़िंग में खपत-आपूर्ति (लाख वर्ग फीट में) | ||
वर्ष | खपत | आपूर्ति |
2019 | 69 | 50 |
2020 | 35 | 37 |
2021 | 33 | 60 |
2022 | 56 | 43 |
2023 | 63 | 53 |
2024 (अनुमानित) | 70 | 63 |
महामारी की अनिश्चितताओं के चलते फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटरों ने पुणे में लीज़िंग गतिविधि का बड़ा हिस्सा लिया। ये अडेप्टेबल स्पेस कंपनियों को सुविधा देते हैं कि वे नई ऑपरेशनल लोकेशन तलाशें और चुस्त वर्कस्पेस समाधान चाहें। बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं व बीमा (बीएफएसआई) सेक्टर ने अपना विस्तार बरकरार रखा। टेक्नोलॉजी सेक्टर में रिटर्न-टू-ऑफिस (आरटीओ) नीतियों और विपरीत वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों जैसे कारकों के चलते लीज़िंग गतिविधि मध्यम रही।
पुणे का दमदार प्रतिभा समूह और प्रतिस्पर्धी रियल ऐस्टेट बाजार आईटी कंपनियों के लिए बड़ा आकर्षण बना रहा है। यह बात टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और ऐक्सेंचर जैसी बड़ी कंपनियों के शहर में आने से साबित होती है। इनकी उपस्थिति इस बाजार की संभावनाओं में पुख्ता यकीन को प्रदर्शित करती है। इसके अलावा शहर का ऑफिस मार्केट आगामी उच्च क्वालिटी ऑफिस डेवलपमेंट तथा जारी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के बल पर अभी और ज्यादा बढ़ेगा। 2024 की पहली छमाही में मांग स्थिर रहने की उम्मीद है और दूसरी छमाही में उछाल संभावित है।
इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सैगमेंट बीते 6 सालों की सबसे अधिक लीजिंग का रिकॉर्ड बना सकते हैं
सीबीआरई के मुताबिक पुणे में इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सेक्टर 2024 में बीते 6 सालों का रिकॉर्ड बना सकता है, उम्मीद है कि 24 लाख वर्गफीट इस सेक्टर द्वारा लीज़ पर लिया जाएगा और आपूर्ति रहेगी 32 लाख वर्गफीट की। पुणे शहर में छोटे व मध्यम दर्जे के कई इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर हैं जो आईटी उद्योग के लिए उत्पाद बनाते हैं। इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स पार्क प्रमुख हब बन कर उभरे हैं, खासकर चाकन-तालेगांव जैसे इलाकों में। अन्य सक्रिय इलाकों में शामिल हैं: सनसवाड़ी-रंजनगांव और पिम्परी-चिंचवाड़।
2023 में पुणे में इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सैगमेंट में पर्याप्त लीजिंग देखने को मिली, यह आंकड़ा 17 लाख वर्ग फीट रहा जो 2022 के मुकाबले 113 प्रतिशत अधिक था। वेयरहाउसिंग सौदों में थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पीएल) कंपनियां, एफएमसीजी और ऑटो एवं ऐंसिलरी इंडस्ट्रीज़ आगे रहीं। औद्योगिक क्षेत्र में इंजीनियरिंग व मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों (नई व पुरानी दोनों) ने शहर में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया।
पुणे की औद्योगिक क्षमता जानीमानी है, खासकर ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग सैगमेंट में। बड़ी कंपनियां जैसे बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स व डेमलर क्राइसलर ने अपना आधार यहां स्थापित किया है। ऑटोमोबाइल के अलावा, पुणे में इंजीनियरिंग व मैन्युफैक्चरिंग का कारोबार भी खूब फलफूल रहा है जिनमें मशीन टूल्स, कैमिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उद्योग शामिल हैं।
पुणे में वर्ष अनुसार इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स खपत-आपूर्ति
(लाख वर्ग फीट में) |
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वर्ष | खपत | आपूर्ति |
2019 | 15 | 6 |
2020 | 12 | 0 |
2021 | 18 | 23 |
2022 | 8 | 15 |
2023 | 17 | 24 |
2024 (अनुमानित) | 24 | 32 |
सीबीआरई के चेयरमैन व सीईओ (भारत, दक्षिण-पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व व अफ्रीका) अंशुमान मैगज़ीन ने कहा, “अनेक कारक पुणे के फलतेफूलते रियल ऐस्टेट कारोबार में योगदान कर रहे हैं। इस शहर की रणनीतिक लोकेशन इसे खास फायदे देती है जबकि इसका मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर निर्बाध व्यापार परिचालन सुनिश्चित करता है। इसके अलावा पुणे की कुशल वर्कफोर्स उन कंपनियों के लिए इसे बहुत आकर्षक जगह बना देती है जो भारत में अपनी मौजूदगी स्थापित या उसका विस्तार करने की इच्छुक हैं। ये फायदे मिलकर निवेशकों और ग्राहकों दोनों ही के लिए पुणे को भारत का प्रधान रियल ऐस्टेट डेस्टिनेशन बनाते हैं।“
सीबीआरई इंडिया के कार्यकारी निदेशक, ऐडवाइज़री एवं ट्रांजेक्शन सर्विसिस, अनुज ढोंडी ने कहा, “सभी माइक्रो-मार्केट्स में पुणे का रियल ऐस्टेट मार्केट दमदार वृद्धि दर्शा रहा है। ऑफिस सेक्टर में औंध, बानेर और विमान नगर जैसे इलाके दमदार मांग के गवाह बन रहे हैं। गतिविधि में यह वृद्धि बाजार में नए प्रवेश करने वालों को आकर्षित कर रही है जिनमें संस्थागत निवेशकों के साथ प्रमुख डेवलपर भी शामिल हैं जो इस फलतेफूलते बाजार में पकड़ बनाने के इच्छुक हैं। इंडस्ट्रियल व लॉजिस्टिक्स सेक्टर इस सकारात्मक रुझान को दर्शा रहा है साथ में चाकन-तालेगांव, सनसवाड़ी-रंजनगांव और पिम्परी-चिंचवाड़ जैसे स्थापित केन्द्र हैं जो अनेक इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स की उपस्थिति से फलफूल रहे हैं। यह माइक्रो-मार्केट विविधता उपभोक्ताओं की भिन्न-भिन्न प्रकार की आवश्यकताओं को पूरा करती है और पुणे को निरंतर सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ाती है।“