ऑटीझम डिप्लोमा पाठ्यक्रम पूरा करने वाले छात्रों के लिए दीक्षांत समारोह
डीएस तोमर संवाददाता पुणे: स्मॉल स्टेप्स मोरिस चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर, दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल और सुंदरजी ग्लोबल अॅकॅडमीया स्कूल के सहयोग से शुरू किए गए वैदेही दत्ताजी गायकवाड़ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट फॉर ऑटिज्म की ओर से हाल ही में ऑटिज्म मैनेजमेंट पाठ्यक्रम पूरा करने वाले 50 प्रशिक्षणार्थियों के लिए अपना पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया था. ऑटिज्म मैनेजमेंट में एक साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और ऑटिज्म में सात महीने का प्रमाणित फाउंडेशन कोर्स 2023 में शुरू हुआ है जो सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी (एसपीपीयू) द्वारा मान्यता प्राप्त है.
हाल ही में दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में आयोजित दीक्षांत समारोह के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध नृत्य गुरु मनीषा साठे उपस्थित थी. इसके साथ कोर्स के संचालक डॉ. सुनील गोडबोले, मसरत तवावाला और डेवलपर दत्ताजी गायकवाड़ उपस्थित थे.
वैदेही दत्ताजी गायकवाड़ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट फॉर ऑटिज्म के कंसलटेंट पेडिअट्रिशन और कोर्स के संचालक डॉ. सुनील गोडबोले ने कहा की, दुनिया भर के बच्चों में ऑटिज़्म एक बढ़ती हुई समस्या है. यह न्यूरोलॉजिकल विकार किसी व्यक्ति के व्यवहार और सामाजिक रूप से संवाद करने या बातचीत करने की क्षमता को प्रभावित करता है. हालांकि इसका कोई इलाज नहीं है लेकिन गंभीरता को कम करने के लिए दवाएं और उपचार उपलब्ध हैं.हमें ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों को समझने और संभालने के लिए प्रशिक्षित मानव बल की आवश्यकता है, इसमें माता-पिता की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है. मरीजों की बढ़ती संख्या और प्रशिक्षित मानव बल की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए हमने 2023 में यह पाठ्यक्रम शुरू किया है. कोई भी स्नातक, पालक, शिक्षक, देखभालकर्ता इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर सकता है. पाठ्यक्रम में 30 विशेषज्ञ फॅकल्टी और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग शामिल हैं और यह पाठ्यक्रम के पूरा होने पर, प्रमाणित व्यावसायिक इन्क्लूसिव स्कूल्स में रिसोर्स रूम कस्टोडियन, ऑटिस्टिक बच्चों के लिए छाया शिक्षक अथवा इन्टरवेंशनलिस्ट के तौर पर काम कर सकते है.