सिटी मजिस्ट्रेट दिग्विजय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह कार्यक्रम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किया गया।
विशाल समाचार संवाददाता इटावा: सिटी मजिस्ट्रेट दिग्विजय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह कार्यक्रम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किया गया। उन्होंने सर्वप्रथम भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज भीमराव अंबेडकर जी का 133 वां जन्म दिवस मनाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में एक छोटे से गांव में 14 अप्रैल 1991 में हुआ था। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने सबसे ज्यादा शिक्षा पर जोर दिया एवं उनका एक ही मूल मंत्र था की दो रोटी कम खाना है बच्चों को शिक्षा अवश्य दिलानी है। उन्होंने कहा कि हमें भी सभी के साथ सम्मान व्यवहार रखना चाहिए एवं उनके विचारों पर विशेष ध्यान देना चाहिए एवं उनके पद चिन्हों पर अवश्य चलना चाहिए यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि उनके पिता सेवा में एक छोटे से पद पर नौकरी करते थे, बाबा साहब बड़े ही तेज दिमाग के थे एवं वह एक समिति के अध्यक्ष भी बनाए गए थे। उन्होंने कहा बाबा साहब बहुत ही ज्ञानी थे एवं वह बहुत ही विद्वान थे। उन्होंने कहा कि उस दिनों में छुआछूत जैसी समस्याएं थीं इस कारण उन्हें शुरुआती शिक्षा में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन बाबा साहब बचपन से ही बुद्धिमान और पढ़ाई में अच्छे थे इसलिए उन्होंने जात-पात की जंजीरों को तोड़ अपनी शिक्षा पूरी की।
उन्होंने कहा कि भारत रत्न अंबेडकर ने पूरा जीवन संघर्ष में ही बिताया वह आजादी की लड़ाई में शामिल हुए और स्वतंत्र भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने के लिए संविधान निर्माण में अतुल्य भूमिका निभाई बाबा साहब ने पिछड़े और कमजोर वर्ग के अधिकारों के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया।
कार्यक्रम का संचालन संजय वर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान , उप जिलाधिकारी राजेश वर्मा, उप जिलाधिकारी मलखान सिंह, उप जिलाधिकारी कौशल किशोर सहित कलेक्ट्रेट के अन्य कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।